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Commodity call : अमेरिकी शटडाउन और टेक स्टॉक में उतार-चढ़ाव के कारण सोना 4,000 डॉलर के करीब, कमोडिटी में कहां लगाएं दांव

Gold price : इस साल सोने की कीमत में 50% से अधिक की तेजी आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रेड और भूराजनीति में हलचल मचा दी है। सोने की कीमतें 1979 के बाद की सबसे बड़ी सालाना बढ़त की ओर अग्रसर हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 08, 2025 पर 8:17 AM
Commodity call : अमेरिकी शटडाउन और टेक स्टॉक में उतार-चढ़ाव के कारण सोना 4,000 डॉलर के करीब, कमोडिटी में कहां लगाएं दांव
Spot gold : इस साल सोने की कीमत में 50% से अधिक की तेजी आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रेड और भूराजनीति में हलचल मचा दी है। सोने की कीमतें 1979 के बाद की सबसे बड़ी सालाना बढ़त की ओर अग्रसर हैं

Gold price : अमेरिकी शटडाउन के लंबे समय तक जारी रहने और तकनीकी शेयरों में गिरावट के कारण दूसरे निवेश विकल्पों में निवेशकों की रुचि बढ़ने से सोने ने 4,000 डॉलर प्रति औंस से थोड़ा नीचे एक नया रिकॉर्ड बनाया है। पिछले सत्र में 0.6% की बढ़त के बाद सोना 3,992.27 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। न्यूयॉर्क में दिसंबर वायदा (सबसे एक्टिव कॉन्ट्रेक्ट) भी मंगलवार को पहली बार 4,000 डॉलर को पार करने के बाद ऊपर की ओर बढ़ता दिखा।

निवेशको की नजर इस बात पर है कि क्या AI के दम पर आई तेजी अपने चरम पर पहुंच गई है। एक रिपोर्ट आई है जिसमें कहा गया है कि ओरेकल कॉर्पोरेशन का क्लाउड मार्जिन कई अनुमानों से कम रहा है। इसके रिपोर्ट के बाद टेक शेयरों पर दबाब बना है। अमेरिका में शटडाउन के कारण भी अहम आंकड़ों के जारी होने में देरी हुई है,जिससे फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की संभावना धुंधली पड़ गई है। इसके साथ ही फ्रांस में राजनीतिक संकट और जापान में नेतृत्व परिवर्तन, बाजार में छाई अनिश्चितता को और बढ़ा रहे हैं।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा व्यापार और भूराजनीति को हिला देने के कारण इस वर्ष सोने की कीमतों में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है, तथा कीमतें 1979 के बाद से सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि की ओर अग्रसर हैं। केंद्रीय बैंक उत्साही खरीदार रहे हैं, जबकि पिछले महीने फेड की ब्याज दर में कटौती ने निवेशकों को सोने पर आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में निवेश करने के लिए प्रेरित किया है - विश्व स्वर्ण परिषद के अनुसार, सितंबर में रिकॉर्ड पर सबसे मजबूत मासिक निवेश दर्ज किया गया।

इस साल सोने की कीमत में 50% से अधिक की तेजी आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रेड और भूराजनीति में हलचल मचा दी है। सोने की कीमतें 1979 के बाद की सबसे बड़ी सालाना बढ़त की ओर अग्रसर हैं। केंद्रीय बैंकों की तरफ से सोने की खूब खरीदारी हो रही है। जबकि पिछले महीने फेड की ब्याज दर में कटौती ने निवेशकों को सोने पर आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में निवेश करने के लिए प्रेरित किया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक सितंबर में सोने पर आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में रिकॉर्ड मासिक निवेश दर्ज किया गया है।

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