रबी की फसलों की कटाई का वक्त आ गया है। गेहूं खेतों में तैयार है और अगले कुछ दिनों में उसकी हार्वेस्टिंग शुरू हो जाएगी। लेकिन तिलहनों में सबसे प्रमुख सरसों, मंडियों में पहुंचना शुरू हो चुकी है। हार्वेस्टिंग के समय किसानों की सबसे बड़ी चिंता होती है कीमतों की, क्योंकि जब एक साथ हजारों टन फसल मंडियों में पहुंचना शुरू होती है, तो दाम जमीन पर आ गिरते हैं। किसान के पास फसलों के स्टोरेज की व्यवस्था होती नहीं, तो उसे जल्द से जल्द अपने फसलें मंडियों में पहुंचाना होता है। परेशानी यह है कि इन फसलों की कीमतें तय करने में अमूमन किसानों की कोई भूमिका नहीं होती। मंडियों में मौजूदा व्यापारियों का एक समूह यह तय करता है कि किसी किसान की फसल की कीमत क्या होगी।