Get App

Soybean production: सोयाबीन उत्पादन में दिख सकती है नरमी, 20.5 लाख टन की घट सकता है उत्पादन

Soybean production: इस साल देश में सोयाबीन के उत्पादन में करीब 20.5 लाख टन की गिरावट आने की आशंका है, जिससे कुल उत्पादन 105.36 लाख टन तक पहुंच सकता है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) ने सोयाबीन के रकबे और उत्पादकता में कमी के साथ-साथ फसल पर प्रतिकूल मौसम के प्रभाव को अनुमानित गिरावट का कारण बताया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 10, 2025 पर 12:49 PM
Soybean production: सोयाबीन उत्पादन में दिख सकती है नरमी, 20.5 लाख टन की घट सकता है उत्पादन
SOPA के अनुसार भारत अपनी कुल खाद्य तेल ज़रूरतों का 60 फीसदी से अधिक आयात करता है, जिसकी लागत हर साल लगभग 1.7 लाख करोड़ रुपये विदेशी मुद्रा है।

Soybean production: किसानों के बीच 'पीला सोना' के नाम से मशहूर सोयाबीन का उत्पादन में गिरावट संभव है। इस साल देश में सोयाबीन के उत्पादन में करीब 20.5 लाख टन की गिरावट आने की आशंका है, जिससे कुल उत्पादन 105.36 लाख टन तक पहुंच सकता है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) ने सोयाबीन के रकबे और उत्पादकता में कमी के साथ-साथ फसल पर प्रतिकूल मौसम के प्रभाव को अनुमानित गिरावट का कारण बताया है।

SOPA ने गुरुवार को इंदौर में आयोजित अंतराष्ट्रीय सोया कॉन्क्लेव 2025 में तिलहन उद्योग के सैकड़ों प्रतिनिधियों की उपस्थिति में अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के अनुसार, चालू खरीफ सीजन में 114.56 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई हुई और इसका उत्पादन 105.36 मिलियन टन रहा, जिसकी औसत उत्पादकता 920 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रही।

इंडस्ट्री बॉडी ने कहा कि 2024 खरीफ सीजन के दौरान देश में 118.32 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन बोया गया था और उत्पादन 125.82 लाख टन था, जिसकी औसत उत्पादकता 1,063 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर थी।

SOPA के अध्यक्ष दविश जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया, "इस साल मौसम की वजह से सोयाबीन की फसल को काफी नुकसान हुआ है। भारी मानसूनी बारिश, खासकर राजस्थान में, के कारण सोयाबीन का उत्पादन आधा रह गया।"

सब समाचार

+ और भी पढ़ें