Gold Price Today: उम्मीद से ज़्यादा मज़बूत अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों और मज़बूत डॉलर इंडेक्स के दबाव में बुधवार को सोने की कीमतों में और गिरावट आई। मुंबई में 22 कैरेट सोने की कीमत 91,000 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत 99,280 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। वहीं चांदी भी 1,000 रुपये की गिरावट के साथ 1,14,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
हालांकि, एमसीएक्स पर वायदा बाजार में सोना वायदा (5 अगस्त, 2025 को समाप्त) 0.18% बढ़कर 97,382 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि चांदी (5 सितंबर, 2025 को समाप्त) 0.25% बढ़कर 1,11,768 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी।
इस बीच मंगलवार को डॉलर सूचकांक 0.5% बढ़कर 3 हफ़्तों के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, जबकि अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों में टैरिफ़ प्रभावों के संकेत मिलने के बाद 30-ईयर ट्रेजरी यील्ड 5% से ऊपर पहुंच गया।
सोने पर वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा कि सोने में आगे और तेजी की उम्मीद है। डॉलर की कमजोरी से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। H2 में 0%-5% और तेजी की उम्मीद है। ग्लोबल अनिश्चितता से दाम और चढ़ सकते हैं।
बता दें कि 2025 में अब तक सोने ने 29 फीसदी का रिटर्न दिया है जबकि सेंसेक्स ने 5 फीसदी और निफ्टी 50 ने 6 फीसदी का रिटरर्न दिया है।
सोने की कीमतों में आगे गिरावट की उम्मीद
मेटल्स फोकस के प्रिंसिपल कंसल्टेंट (साउथ एशिया) चिराग शेठ ने कहा कि सोने के भाव में भारी उठापटक का असर इंपोर्ट में आता दिखा है। गोल्ड रेट अगले 2-3 महीनों में थोड़ा नॉर्मलाइज होता हुआ नजर आ सकता है। हाालंकि पिछले 1-2 महीने में सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। फेस्टिवल सीजन औऱ शादियों ना होने का असर भी सोने के इंपोर्ट पर पड़ा है।
उन्होंने आगे कहा कि मांग गिरने से भी सोने की कीमतों में गिरावट की आशंका बनी हुई है। सोने की कीमतों में आगे गिरावट की उम्मीद है। इस साल जनवरी-जून के बीच सोने का इंपोर्ट गिरा है।
मेटल्स फोकस का अभी भी मानता है कि फंडामेटल लिहाज से सोने में तेजी देखने को मिलेगी। लेकिन नियर टर्म में कीमतों में उतार-चढ़ाव संभव है। ट्रंप टैरिफ का असर अभी पूरी तरह से इकोनॉमी पर नहीं दिखा है। यहीं वजह है कि आगे सेकेंड हाफ भी सोने के लिए थोड़े मुश्किल भरे हो सकते है।
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