Credit Cards

दुनिया के टॉप कंज्यूमर्स की मांग बढ़ाने से तेल की कीमतें बढ़ीं, ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स में 0.45% की तेजी

ब्रेंट क्रूड वायदा 0.45 फीसद या 37 सेंट बढ़कर 83.32 डॉलर प्रति बैरल के आसपास दिख रहा है। यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 0.61 फीसदी या 48 सेंट बढ़कर 79.44 डॉलर पर पहुंच गया। अमेरिकी गैसोलीन भंडार में पिछले हफ्ते 4.5 मिलियन बैरल की गिरावट आई है और डिस्टिलेट भंडार में 4.1 मिलियन बैरल की कमी आई है

अपडेटेड Mar 08, 2024 पर 11:08 AM
Story continues below Advertisement
चीन में कच्चे तेल का आयात एक साल पहले की तुलना में 2024 के पहले दो महीनों में 5.1 फीसदी बढ़ गया है

दुनिया के सबसे बड़े तेल उपभोक्ताओं, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन में बढ़ती मांग और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दर में कटौती की संभावना पर सकारात्मक संकेत दिए जाने के बाद शुक्रवार को तेल की कीमतों में तेजी देखने को मिली। कल ब्रेंट क्रूड वायदा 0.45 फीसद या 37 सेंट बढ़कर 83.32 डॉलर प्रति बैरल के आसपास आ गया। वहीं, यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड वायदा 0.61 फीसदी या 48 सेंट बढ़कर 79.44 डॉलर पर पहुंच गया।

अमेरिकी भंडार में आई कमी

एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से जारी आंकड़ों से पता चला है कि अमेरिकी गैसोलीन भंडार में पिछले हफ्ते 4.5 मिलियन बैरल की गिरावट आई है और डिस्टिलेट भंडार में 4.1 मिलियन बैरल की कमी आई है। मजबूत मांग के संकेत के चलते इन दोनों भंडारों में उम्मीद से ज्यादा गिरावट आई है।


एएनजेड रिसर्च ने एक नोट में कहा गया है कि अमेरिका में ड्राइविंग सीजन करीब आने के साथ आने वाले हफ्तों में तेल बाजार और भी तेजी आ सकती है।

चीन और भारत में तेल की खपत बढ़ी

चीन में, कच्चे तेल का आयात एक साल पहले की तुलना में 2024 के पहले दो महीनों में 5.1 फीसदी बढ़ गया है। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक और उपभोक्ता भारत में मजबूत फैक्ट्री एक्टिविटी के चलते फरवरी में की ईंधन खपत में साल-दर-साल 5.7 फीसदी की बढ़त हुई।

कैपिटल इकोनॉमिक्स के एक नोट में कहा गया है कि इस साल फरवरी में 1 अतिरिक्त दिन को ध्यान में रखते हुए चीन में कच्चे तेल का आयात सालाना आधार पर 3.3 फीसदी बढ़ गया। ये इस साल के लिए मांग में बढ़त की उम्मीदों के मुताबिक ही है। इस नोट में आगे कहा गया है कि यह बढ़त 2023 की तुलना में काफी कम होगी। 2023 में जीरो-कोविड प्रतिबंधों की समाप्ति के कारण ट्रांसपोर्ट और ट्रैवल सेक्टर की गतिविध में जोरदार बढ़त हुई थी।

दर में कटौती की उम्मीद बढ़ने के कच्चे तेल में आई तेजी

तेल की कीमतों को सपोर्ट प्रदान करते हुए, फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस बात को लेकर आश्वस्त है कि महंगाई 2 फीसदी लक्ष्य की ओर आ रही, इससे दर में कटौती करना संभव हो जाएगा। उनकी टिप्पणियों ने जून में पहली दर कटौती की निवेशकों की उम्मीदों को मजबूत किया जिसके चलते कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती आई।

Global market: वॉल स्ट्रीट में दिखी जोरदार रैली, एसएंडपी 500 इंडेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर हुआ बंद

टीसी एनर्जी की कीस्टोन तेल पाइपलाइन फिर से शुरू हुई

उधर कनाडा में टीसी एनर्जी की कीस्टोन तेल पाइपलाइन ने गुरुवार को फिर से काम करना शुरू कर दिया है। बता दें कि कीस्टोन तेल पाइपलाइन के जरिए कनाडा से अमेरिका को बड़ी मात्रा में तेल भेजा जाता है। यह पिछले कुछ दिनों से बंद चल रही थी। इसकी वजह से भी तेल की कीमतों में बढ़त हुई थी।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।