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Godrej Group का होगा बंटवारा, मुंबई का एक जमीनी विवाद, जो बन गया 124 साल पुराने ग्रुप के बंटवारे की वजह

4.1 बिलियन डॉलर के ग्रुप के पुनर्गठन के लिए महीनों से चर्चा चल रही है, लेकिन हाल ही में इसने रफ्तार पकड़ी

अपडेटेड Oct 30, 2021 पर 4:03 PM
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Godrej Group ने आदि गोदरेज (Adi Godrej) और भाई नादिर के परिवारों वाले दो ग्रुप्स और उनके चचेरे भाई जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज कृष्णा के नेतृत्व में बिजनेस का बंटवारा करने के लिए एक औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 4.1 बिलियन डॉलर के ग्रुप के पुनर्गठन के लिए महीनों से चर्चा चल रही है, लेकिन हाल ही में इसने रफ्तार पकड़ी है।

आदि गोदरेज के बेटे पिरोजशा गोदरेज एक पक्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि जमशेद दूसरे पक्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं, साथ ही गोदरेज एंड बॉयस के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर, पूर्वेज़ केसरी गांधी भी हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुनर्गठन के लिए जिन बाहरी सलाहकारों से सलाह ली जा रही है, उनमें निमेश कंपानी, उदय कोटक और AZB एंड पार्टनर्स के कानूनी विशेषज्ञ जिया मोदी और सिरिल श्रॉफ शामिल हैं।

गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड (GIL) और गोदरेज एंड बॉयस ने एक ज्वाइंट बयान में ET को बताया, "गोदरेज परिवार अपने शेयर होल्डर्स के लिए बेस्ट वैल्यू के लिए पिछले कुछ सालों से ग्रुप के लिए काफी लंबे समय से रणनीतिक योजना पर काम कर रहा है। इस अभियान के हिस्से के रूप में, हमने बाहरी पार्टनर्स से भी सलाह मांगी है। परिवार के बीच भी ये चर्चाएं जारी हैं।"


अगले छह महीने में इस मामले पर अंतिम फैसला आने की उम्मीद है। इसमें पूरी तरह से बड़े पैमाने पर संपत्ति का विभाजन होने की संभावना है। रिपोर्ट में आदि गोदरेज के करीबी लोगों का हवाला देते हुए कहा गया है कि परिवार के मुखिया कोई बदलाव नहीं पसंद करेंगे, लेकिन युवा पीढ़ी संपत्ति के मालिकाना हक पर ज्यादा स्पष्टता चाहती है।

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Godrej & Boyce के अलावा, जो एक प्राइवेट एंटिटी है, GIL, GCPL, Godrej Properties और Godrej Agrovet जैसे दूसरे ग्रुप फर्म्स सभी पब्लिक हैं और इन्हें आदि गोदरेज और भाई नादिर के नेतृत्व वाले ग्रुप की तरफ से कंट्रोल किया जाता है।

यह जानकारी Godrej ग्रुप के चेयरमैन और GIL के मानद चेयरमैन के रूप में सेवा करने के लिए आदि गोदरेज के GIL के चेयरमैन के पद से हटने के बाद सामने आई। उनके भाई जो मैनेजिंग डायरेक्टर थे, उन्होंने ये पद संभाला।

इन सालों में आदि गोदरेज के तीन बच्चों को ग्रुप बिजनेस का ज्यादा कंट्रोल दिया गया। उनकी सबसे बड़ी बेटी तान्या दुबाश ग्रुप की एग्जिक्यूटिव डायरेक्ट और चीफ ब्रांड अधिकारी हैं। सोन पिरोजशा ग्रुप की रियल एस्टेट ब्रांच Godrej Properties के डायरेक्टर हैं और सबसे छोटी बेटी निसा गोदरेज Teh Group की सबसे बड़ी कंपनी GSPL की चीफ हैं।



बंटवारे के पीछे का विवाद

अब सवाल ये उठता है कि आखिर इतना बड़ा परिवार अब इतने बड़े बिजनेस का बंटवारा आखिर क्यों कर रहा है? दरअसल 2019 में एक खबर सामने आई थी, जिसमें मुंबई के विक्रोली इलाके में 1000 एकड़ जमीन को लेकर गोदरेज परिवार में विवाद की शुरुआत हुई थी। बिजनस स्ट्रैटजी और उसमें नई पीढ़ी के रोल को लेकर भी परिवार में गहरे मतभेद हैं। इस कारण यह पारिवारिक कलह समय के साथ और बढ़ गई।

मगर बिजनेस का ये बंटवारा जितना आसान लग रहा है, उतना है नहीं, ऐसा इसिलए क्योंकि परिवार के सदस्यों और फैमिली ट्रस्ट्स के बीच बहुत ज्यादा क्रॉस-होल्डिंग्स हैं और इन्हें अलग करने की जरूरत है। इन कारणों से कहा जा सकता है कि ये एक जटिल बंटवारा है।

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