Hindalco Industries Q2 Results: हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने सोमवार 11 नवंबर को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर करीब 78 फीसदी बढ़कर 3,909 करोड़ रुपये रहा। वहीं कंपनी का रेवेन्यू इस दौरान 7 फीसदी बढ़कर 58,203 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 54,169 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के नतीजे दलाल स्ट्रीट के अनुमानों से अधिक रहे हैं। ब्लूमबर्ग के एक पोल में, 11 एनालिस्ट्स ने कंपनी का शुद्ध मुनाफा 3,254.5 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 54,984.10 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था।
माइनिंग और मेटल सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने बताया कि कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट यानी EBITDA करीब 49 फीसदी बढ़कर 9,100 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि कम इनपुट लागत और वॉल्यूम में उछाल के चलते उसे अपना EBITDA बढ़ाने में मदद मिली।
सिंतबर तिमाही के दौरान कंपनी के कॉपर बिजनेस का इंडिया रेवेन्यू 5 फीसदी बढ़कर 13,114 करोड़ रुपये रहा। वहीं एल्यूमिनियन अपस्ट्रीम से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 79 फीसदी बढ़ा। जबकि एल्यूमिनियम डाउनस्ट्रीम बिजनेस से रेवेन्यू 1 फीसदी घटकर 154 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी ने मैनेजिंग डायरेक्टर, सतीश पई ने बताया, "घरेलू मांग बहुत मजबूत है। अभी एक्सपोर्ट 34 प्रतिशत है जबकि घरेलू बिक्री 66 प्रतिशत है। घरेलू मांग में इलेक्ट्रिकल्स, कंडक्टर केबल्स, इलेक्ट्रिफिकेशन, पैकेजिंग आदि का योगदान है। केवल ऑटो ही थोड़ा धीमा हुआ है।" प्रबंध निदेशक सतीश पई ने पत्रकारों के साथ आय के बाद बातचीत में कहा।
इस बीच, उन्होंने भारतीय बाजारों के लिए एल्युमीनियम स्क्रैप की उपलब्धता में कमी का जिक्र किया क्योंकि चीन ने एल्युमीनियम स्क्रैप आयात पर प्रतिबंध हटा दिए हैं। पई ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि इस स्क्रैप स्प्रेड के साथ भारत में आने वाला स्क्रैप फिलहाल अभी नहीं बढ़ेगा।"
हिंडाल्को के नतीजे सोमवार को शेयर बाजार का कारोबार खत्म होने के बाद आए। नतीजों से पहले इसके शेयर एनएसई पर 0.71 फीसदी बढ़कर 655.05 रुपये के भाव पर बंद हुए। कंपनी के शेयरों में इस साल महज 7 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसके शेयरों ने निवेशकों को करीब 34 फीसदी का रिटर्न दिया है।