Mazagon Dock Q1 Results: भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने आज 28 जुलाई को मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि अप्रैल-जून तिमााही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर करीब 35 फीसदी घटकर 452 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 696 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि तिमाही आधार पर मुनाफे में 39 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई क्योंकि वित्त वर्ष 2025 की मार्च तिमाही में इसका मुनाफा 325 करोड़ रुपये रहा था।
हालांकि शुद्ध मुनाफे में सालाना आधार पर गिरावट आई है, लेकिन कंपनी के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 11 फीसदी की बढ़त देखने को मिली और यह 2,626 करोड़ रुपये रहा। लेकिन तिमाही आधार पर कंपनी का रेवेन्यू करीब 17 फीसदी घटा है।
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स का कुल खर्च जून तिमाही में 2,348 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में रहे 1,739 करोड़ रुपये के मुकाबले 35 प्रतिशत अधिक है।
ब्रोकरेज फर्म INVasset PMS के बिजनेस हेड, हर्षल दसानी ने बताया, "मार्जिन में गिरावट के बावजूद, मझगांव डॉक भारत के रक्षा स्वदेशीकरण कार्यक्रम में एक अहम रणनीतिक खिलाड़ी बना हुआ है। इसकी सहयोगी कंपनी गोवा शिपयार्ड ने ₹32.9 करोड़ का योगदान दिया, जिससे कमाई में आई गिरावट को कुछ हद तक सहारा मिला।"
दसानी ने कहा, "FY25 के दौरान शेयर में आई शानदार तेजी को देखते हुए, ये नतीजे वैल्यूएशन के रीसेट की स्थिति पैदा कर सकते हैं, खासकर अगर आने वाले तिमाहियों में भी मार्जिन में सुधार नहीं दिखा। मैनेजमेंट की प्रोविजनिंग और एग्जिक्यूशन समयसीमा पर दी जाने वाली गाइडेंस पर खास नजर रखना जरूरी होगा।"
इस बीच, मझगांव डॉक कंपनी के शेयर आज 28 जुलाई को एनएसई पर 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 2,789.80 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुए। बीते पांच दिनों में शेयर में लगभग 7 प्रतिशत और बीते एक महीने में करीब 14 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि, 2025 में अब तक यह स्टॉक 20 प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज कर चुका है।
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