SBI Q1 Results: देश के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। बैंक ने बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 12 फीसदी बढ़कर 19,160 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले साल इसी तिमाही में 17,035 करोड़ रुपया था। बैंक का मुनाफा दलाल स्ट्रीट के अनुमानों से बेहतर रहा। मनीकंट्रोल के एक पोल में SBI के मुनाफे का अनुमान 17,166 करोड़ रुपये लगाया गया था।
जून तिमाही के दौरान SBI की कुल इनकम 10.31% बढ़कर 1.35 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल इसी तिमाही में 1.22 लाख करोड़ रुपये थी। हालांकि, नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) इस दौरान लगभग स्थिर रहा और 0.13% गिरकर 41,072 करोड़ रुपये पर आ गया। बैंक के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) का 32 बेसिस प्वाइंट घटकर 2.90% और घरेलू NIM 33 बेसिस प्वाइंट घटकर 3.02% हो गया।
बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट यानी EBITDA जून तिमाही में 15.49% बढ़कर 30,544 करोड़ रुपये रहा। इसमें नॉन-इंटरेस्ट इनकम की बड़ी भूमिका रही, जो 55.40% बढ़कर 17,346 करोड़ रुपये हो गई। रिटर्न ऑन एसेट्स (ROA) 1.10% से बढ़कर 1.14% हो गया, जबकि रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) थोड़ा घटकर 20.98% से 19.70% पर आ गया। कॉस्ट-टू-इनकम रेशियो 49.42% से घटकर 47.71% पर आ गया, जो एफिशियंसी में सुधार को दिखाता है।
बैंक का ग्रॉस एडवांसेस जून तिमाही में 11.61% बढ़कर 42.55 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसमें रिटेल पर्सनल लोन 12.56%, SME लोन 19.10%, एग्रीकल्चर लोन 12.67% और कॉरपोरेट लोन 5.70% बढ़े। कुल जमा 11.66% बढ़कर 54.73 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई। करेंट अकाउंट डिपॉजिट में 30.69% और सेविंग्स बैंक डिपॉजिट में 4.71% की बढ़ोतरी हुई। हालांकि, CASA रेशियो 40.70% से घटकर 39.36% हो गया।
SBI की एसेट क्वालिटी में लगातार सुधार हुआ। ग्रॉस NPA रेशियो 2.21% से घटकर 1.83% और नेट NPA रेशियो 0.57% से घटकर 0.47% हो गया। बैंक का प्रोविजन कवरेज रेशियो (PCR) 74.49% रहा, जो कलेक्शन में शामिल खातों के साथ 91.71% तक पहुंच गया। क्रेडिट कॉस्ट 0.47% पर स्थिर रही।
दोपहर 1:18 बजे के करीब, SBI के शेयर 0.4% गिरकर 802 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। साल 2025 में अब तक बैंक के शेयरों का प्रदर्शन लगभग सपाट रहा है।
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