Share Market Down: भारतीय शेयर बाजारों में आज 8 अगस्त तेज गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 800 अंकों तक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी भी गिरकर 24,400 के नीचे पहुंच गया। इसके साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी ने दोनों पिछले दिन की बढ़त को गवां दिया। अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताओं और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने निवेशकों के मनोबल को कमजोर किया है।
इससे पहले गुरुवार को आखिरी घंटे में शेयर बाजार में जोरदार रिकवरी देखने को मिली थी। यह रिकवरी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली संभावित मुलाकात की खबरों के बाद आई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बैठक से रूस से तेल आयात करने वाले देशों पर अमेरिकी दबाव कम हो सकता है, जिनमें भारत भी शामिल है।
कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 765.47 अंक या 0.95% टूटकर 79,857.79 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 232.85 अंक या 0.95% गिरकर 24,363.30 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे 5 बड़े कारण रहे-
1. अमेरिकी टैरिफ को लेकर चिंता
अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ को दोगुना कर दिया है, जिससे व्यापार वार्ता को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है। साथ ही इससे निवेशकों का सेंटीमेंट भी कमजोर हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि टैरिफ विवाद सुलझने तक भारत के साथ कोई व्यापार वार्ता नहीं होगी। ट्रंप ने रूस से लगातार तेल खरीदारी का हवाला देते हुए भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया है, जिससे कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया है।
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजारों से बिकवाली कर रहे हैं। एक दिन पहले गुरुवार को भी उन्होंने 4,997.19 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट्स वीके विजयकुमार ने कहा, "ऊंचे वैल्यूएशन और FIIs की लगातार बिकवाली बाजार पर दबाव बनाए हुए है। हालांकि दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों की खरीदारी से बाजार को कुछ सपोर्ट मिल रहा है।"
अधिकरत एशियाई बाजारों में भी आज कमजोर कारोबार देखने को मिला, जिसका असर भारत पर भी रहा। साउथ कोरिया का कोस्पी इंडेक्स और हांगकांग के हैंगसेंग इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार भी गुरुवार रात को मिलेजुले संकेतों के साथ बंद हुए थे।
4. भारतीय रुपये में गिरावट
भारतीय रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे टूटकर 87.63 प्रति डॉलर पर आ गया। कारोबारियों का कहना है कि विदेशी फंड की लगातार निकासी और मजबूत अमेरिकी डॉलर से रुपये पर दबाव बना हुआ है। हालांकि RBI ने नुकसान सीमित करने के लिए हस्तक्षेप किया।
5. वोलैटिलिटी इंडेक्स में उछाल
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव मापने वाला इंडिया VIX 1% से ज्यादा बढ़कर 11.84 पर पहुंच गया, जो निवेशकों में बढ़ती सावधानी को दिखाती है
टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट्स, आनंद जेम्स ने बताया, "निफ्टी 500 के 88% शेयर दिन के निचले स्तर से कम से कम 1% उछले, जो ब्रॉड-बेस्ड रिकवरी का संकेत है। निफ्टी का 24,590 के पिवट के पास रुकना एक सीमित बढ़त की ओर इशारा करता है। इसमें इंडेक्स के पहले 24,670-24,717 और उसके बाद 24,850-25,000 के स्तर तक जाने की संभावना है। वहीं नीचे की ओर सपोर्ट 24,548 पर है।"
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