SRF Q1 Results: केमिकल सेक्टर की कंपनी SRF ने 24 जुलाई को वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। 30 जून 2023 को खत्म हुई पहली तिमाही में SRF का मुनाफा सालाना आधार पर 41 फीसदी घटकर 359.3 करोड़ रुपए पर रहा है। वहीं, CNBC-TV18 के पोल में इसके 454 करोड़ रुपए पर रहने का अनुमान किया गया था। बता दें कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 608 करोड़ रुपए पर रहा था।
आय सालाना आधार पर 14.3 फीसदी घटकर 3338.4 करोड़ रुपए पर रही
30 जून 2023 को खत्म हुई पहली तिमाही में SRF की आय सालाना आधार पर 14.3 फीसदी घटकर 3338.4 करोड़ रुपए पर रही है। हालांकि CNBC-TV18 के पोल में इसके 3586 करोड़ रुपए पर रहने का अनुमान किया गया था। जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की आय 3894.7 करोड़ रुपए पर रही थी।
एबिटडा में 30 फीसदी की गिरावट
30 जून 2023 को खत्म हुई अप्रैल-जून तिमाही में SRFका एबिटडा CNBC-TV18 के 805 करोड़ रुपए के अनुमान के मुकाबले 696.2 करोड़ रुपए पर रहा है। जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का एबिटडा 994.9 करोड़ रुपए पर रहा था। यानी 30 जून 2023 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी की एबिटडा में 30 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
एबिटडा मार्जिन 21 फीसदी पर रहा
30 जून 2023 को खत्म हुई अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का एबिटडा मार्जिन 21 फीसदी पर रहा है। हालांकि CNBC-TV18 के पोल में इसके 22.4 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था। वहीं, 30 जून 2022 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी का एबिटडा मार्जिन 25.5 फीसदी पर रहा था।
केमिकल सेगमेंट की आय सालाना आधार पर 3.6 फीसदी गिरी
जून तिमाही में कंपनी के केमिकल सेगमेंट की आय सालाना आधार पर 3.6 फीसदी गिरकर 1647 करोड़ रुपए पर रही। ये पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1706 करोड़ रुपए पर रही थी। सालाना आधार पर कंपनी के केमिकल सेगमेंट की एबिट 12 फीसदी घटकर 461 पर आ गई है जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 523 करोड़ रुपए पर रही थी। 30 जून 2023 को खत्म हुई पहली तिमाही में SRF के केमिकल सेगमेंट की एबिट मार्जिन पिछले साल की इसी अवधि के 31 फीसदी से घटकर 28 फीसदी पर आ गई है।
फ्लोरोकेमिकल्स कारोबार की बिक्री में गिरावट
नतीजे जारी करते हुए SRF के प्रबंधन ने कहा है कि फ्लोरोकेमिकल्स कारोबार की बिक्री में कमी की वजह से कंपनी के केमिकल कारोबार पर निगेटिव असर देखने को मिला है। कपनी के पैकेजिंग फिल्म्स कारोबार में मंदी के चलते कर बाद मुनाफे में दबाव देखने को मिला है। अगली कुछ तिमाहियों में होने वाली इन्वेंटरी अनवाइंडिंग का कंपनी के कारोबार पर कुछ असर पड़ेगा। कंपनी के लॉन्ग टर्म प्रोजेक्टस निर्धारित योजना के मुताबिक चल रहे हैं। उम्मीद है कि कंपनी विस्तार योजना आगे भी पटरी पर बनी रहेगी।