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HDFC Bank में HDFC के विलय के प्रस्ताव को RBI की मंजूरी, जानिए कब तक पूरा होगा प्रोसेस

इस विलय प्रस्ताव को कई तरह के रेगुलेटरी बॉडीज का भी एप्रूवल हासिल करना होगा। इनमें Competition Commission of India (CCI), National Company Law Tribunal (NCLT) शामिल हैं

अपडेटेड Jul 05, 2022 पर 9:39 AM
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इस विलय में एचडीएफसी की सब्सिडियरी कंपनियों का विलय भी एचडीएफसी बैंक में हो जाएगा।

HDFC Bank में HDFC के विलय के प्रस्ताव को RBI की मंजूरी मिल गई है। एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को इस बारे में बताया। एचडीएफसी बैंक ने 4 अप्रैल को विलय की योजना का ऐलान किया था। इसे इंडियन बैंकिंग इंडस्ट्री में सबसे बड़ा विलय माना जा रहा है। इस विलय प्रस्ताव को 2 जुलाई को NSE और BSE की मंजूरी मिल गई थी।

एचडीएफसी बैंक ने बताया है, "HDFC Bank को 4 जुलाई, 2022 को RBI का एक लेटर मिला है। इसमें केंद्रीय बैंक ने विलय की स्कीम के बारे में किसी तरह का ऑब्जेक्शन नहीं किया है। खास शर्तों को पूरा करने के बाद विलय का प्रोसेस पूरा होगा।"

इस विलय प्रस्ताव को कई तरह के रेगुलेटरी बॉडीज का भी एप्रूवल हासिल करना होगा। इनमें Competition Commission of India (CCI), National Company Law Tribunal (NCLT) शामिल हैं। इसके अलावा दोनों कंपनियों को अपने-अपने शेयरहोल्डर्स और Creditors का भी एप्रूवल हासिल करना होगा।


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अगर सभी रेगुलेटरी बॉडीज की मंजूरी मिल जाती है तो एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी का विलय का प्रोसेस अगले वित्त वर्ष की दूसरी या तिमाही में पूरा हो सकता है। इस डील के बाद एचडीएफसी बैंक का मालिकाना हक पूरी तरह से पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास होगा। इसमें एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों की 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी। एचडीएफसी के शेयरहोल्डर को हर 25 शेयरों के एवज में एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे।

बीएसई के ऑब्जर्वेशन लेटर में कहा गया है कि कंपनी (HDFC Bank) को अपने खिलाफ, डायरेक्टर्स/प्रमोटर्स और प्रमोटर ग्रुप के खिलाफ सेबी या किसी दूसरे रेगुलेटर की तरफ से की गई कार्रवाई की जानकारी एनसीएलटी के पास फाइल की जाने वाली पिटीशन में दी जानी चाहिए।

विलय की योजना का ऐलान करते वक्त एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने इसे दो एक बराबर कंपनियों का विलय बताया था। उन्होंने एनबीएफसी के लिए RBI के सख्त नियमों को भी विलय का एक कारण बताया था। विलय के बाद एचडीएफसी बैंक देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक हो जाएगा।

इस विलय में एचडीएफसी की सब्सिडियरी कंपनियों का विलय भी एचडीएफसी बैंक में हो जाएगा। इससे एचडीएफसी बैंक की ताकत बहुत बढ़ जाएगी। ग्राहकों को एक ही जगह बैंकिंग और होम लोन सहित दूसरी सुविधाएं मिलेंगी। अभी इसके लिए ग्राहकों को अलग-अलग कंपनी में जाना पड़ता है। एचडीएफसी बैंक को होम लोन बाजार में अपनी स्थिति मजबूत बनाने में भी मदद मिलेगी। अभी, एचडीएफसी बैंक देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है।

मंगलवार को 9:30 बजे एचडीएफसी के शेयर का प्राइस 0.19 फीसदी की तेजी के साथ 2,220 रुपये पर चल रहा था। HDFC Bank के शेयर का प्राइस 0.39 फीसदी चढ़कर 1,361 रुपये था।

MoneyControl News

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First Published: Jul 05, 2022 9:38 AM

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