मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने हिसाशी ताकेयूची (Hisashi Takeuchi) को नया मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ (MD and CEO) नियुक्त किया है। वह तीन साल तक इस पद पर रहेंगे। उनकी नियुक्ति 1 अप्रैल से प्रभावी होगी। गुरुवार को कंपनी के बोर्ड की मीटिंग में यह फैसला लिया गया। कंपनी के वर्तमान सीईओ केनिची अकयूकावा का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म हो रहा था।
सुजुकी में 1986 में नौकरी शुरू की थी
ताकेयूची ने 1986 में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन (SMC) में नौकरी शुरू की थी। सुजुकी मारुति की पेरेंट कंपनी है। उन्हें एसएमसी के इंटरनेशनल ऑपरेशंस का व्यापक अनुभव है। वह जुलाई 2019 से मारुति सुजुकी के बोर्ड के सदस्य हैं। अप्रैल 2021 से वह कंपनी के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर (कमर्शियल) हैं।
खुद पर भरोसा जताने के लिए कंपनी को कहा शुक्रिया
कंपनी का प्रमुख बनाए जाने पर उन्होंने कहा, "मुझ पर इस भरोसे के लिए मैं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का शुक्रिया अदा करता हूं। मारुति सुजकी एक ग्रेट ऑर्गेनाइजेशन है, जिसकी समृद्ध विरासत है। मेरी कोशिश इंडिया और विदेश में ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स को सेवा देने पर होगी। हम कस्टमर्स, पर्यावरण और सोसायटी के लिए शानदार कारों के साथ इसे करेंगे। हम इस तरह अपना बिजनेस बनाना चाहेंगे जो इंडिया की ग्रोथ और आत्म-निर्भर भारत को मजबूती दे।"
नए सीईओ के सामने होगी यह चुनौती
मारुति सुजुकी देश में कार बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में इसकी बाजार हिस्सेदारी में गिरावट आई है। पैसेंजर कार सेगमेंट में इसकी हिस्सेदारी इस साल घटकर 45 फीसदी रह गई है। कंपनी तेजी से बढ़ते एसयूवी मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
योकोहोमा यूनिवर्सिटी से किया है ग्रेजुएशन
ताकेयूची ने जापान की योकोहामा नेशनल यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। 1986 में सुजुकी में नौकरी शुरू करने के बाद से वह कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। 1986 में वह एसएमसी के ओवरसीज मार्केटिंग डिपार्टमेंट का हिस्सा बने। 1997 में उन्हें प्रमोशन देकर सुजुकी ऑस्ट्रेलिया का डायरेक्टर (मार्केटिंग एंड सेल्स) बना दिया गया। उसके बाद से वह डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर से लेकर ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर तक की बड़ी जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
मारुति के नए प्रमुख पर इंडियन मार्केट में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी। कंपनी को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सेगमेंट में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश करनी होगी। टाटा मोटर्स ने इस सेगमेंट में अच्छी ग्रोथ हासिल की है। दूसरी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक व्हीकल पर फोकस बढ़ा रही हैं।