Maruti Suzuki Q1 result : मुनाफा सालाना आधार पर 130% बढ़कर 1013 करोड़ रुपए रहा, आय  49.1% बढ़ी

Maruti Suzuki का कहना है कि कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते पहली तिमाही में कंपनी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट पर निगेटिव असर देखने को मिला है

अपडेटेड Jul 27, 2022 पर 3:47 PM
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चिप शॉर्टेज के चलते पहली तिमाही में 51,000 वाहनों को नहीं बनाया जा सकता है। पहली तिमाही के अंत में कंपनी के पास पेंडिंग ऑर्डरों की संख्या 2.8 लाख यूनिट थी

देश की सबसे बड़ी कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने 27 जुलाई 2022 को वित्त वर्ष 2022-23 के पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। 30 जून 2022 तो खत्म हुई इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 130 फीसदी की बढ़त के साथ 1,012.8 करोड़ रुपए रहा है। बता दें कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 440.8 करोड़ रुपए रहा था। सालाना आधार पर मुनाफे में हुई ये बढ़ोतरी लो बेस के कारण ज्यादा नजर आ रही है। हालांकि CNBC-TV18 को पोल में कंपनी के मुनाफे के 1540 करोड़ रुपए पर रहने का अनुमान किया गया था। इस तरह पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा अनुमान से कम रहा है।

30 जून 2022 को समाप्त तिमाही में मारुति की आय 26,500 करोड़ रुपये पर रही है। वहीं पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की आय 17,770 करोड़ रुपये पर रही थी। पहली तिमाही में कंपनी की आय में 49.1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। बता दें कि सीएनबीसी टीवी 18 के पोल में पहली तिमाही में कंपनी के आय में 26,103 करोड़ रुपये पर रहने का अनुमान किया गया था।

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साल -दर -साल आधार पर 30 जून 2022 को समाप्त तिमाही में मारुति सुजुकी का एबिटडा 821 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,912 करोड़ रुपये पर आ गया है जबकि सीएनबीसी टीवी 18 के पोल में इसके 2,242 करोड़ रुपये पर रहने का अनुमान किया गया था।

सालाना आधार पर पहली तिमाही में कंपनी की एबिटडा मार्जिन 4.6 फीसदी से बढ़कर 7.2 फीसदी पर आ गई है जबकि सीएनबीसी टीवी 18 के पोल में इसके 8.6 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था।

Maruti Suzuki का कहना है कि कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते पहली तिमाही में कंपनी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट पर निगेटिव असर देखने को मिला है। चिप शॉर्टेज के चलते पहली तिमाही में 51,000 वाहनों को नहीं बनाया जा सकता है। पहली तिमाही के अंत में कंपनी के पास पेंडिंग ऑर्डरों की संख्या 2.8 लाख यूनिट थी।

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