इंफोसिस (Infosys) ने पिछले 12 महीनों के दौरान एक साथ दो जगहों पर नौकरी करने अपने कई कर्मचारियों को कंपनी से निकाला है। कंपनी के सीईओ सलिल पारेख ने गुरुवार 13 अक्टूबर को सितंबर तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी करने के बाद मीडिया से बात करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, "अगर कर्मचारी दो कंपनियों में खुलेआम कर रहे हैं और वहां गोपनीयता का मुद्दा है तो हमें उन्हें कंपनी से जाने देना होगा।" पारेख ने साफ कहा कि कंपनी दोहरे रोजगार का समर्थन नहीं करती है।
कर्मचारियों के पार्ट-टाइम में कंपनी के बाहर छोटे-मोटे काम करने पर उन्होंने कहा, "हम कर्मचारियों की काम के बाहर भी चीजों को सीखने की उनकी महत्वकांक्षा समझते हैं।" कंपनी ऐसे कर्मचारियों को सपोर्ट करेगी जो अपने मैनेजर से पूर्व अनुमित के साथ कुछ खास तरह के साइड प्रोजेक्ट करते हैं।
पारेख ने कहा, "हम इस मामले में अधिक व्यापक पॉलिसी भी बना रहे हैं, साथ ही यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस दौरान कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों और गोपनीयता का पूरी तरह सम्मान किया जाए।"
उन्होंने कहा कि कंपनी के भीतर, इंफोसिस ने एक्सेलरेट नाम से एक प्रोग्राम शुरू किया है, जहां लोग अपने मुख्य काम के अलावा अन्य पार्ट-टाइम जॉब्स ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि करीब 4,000 लोग इस योजना के तहत काम कर रहे हैं।
इंफोसिस ने इससे पहले भी मूनलाइटिंग को लेकर अपना रुख स्पष्ट तौर से जाहिर किया था और कर्मचारियों को लिखे एक ईमेल में कहा था कि दोहरे रोजगार की अनुमति नहीं है और "कड़ाई से हतोत्साहित" किया जाता है।
Infosys का नेट प्रॉफिट 11% बढ़कर ₹6,021 करोड़ रहा
Infosys का सितंबर तिमाही में कंसोलिडेटेड आय 36,538 करोड़ रुपये रहा, जो कि इसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 34,470 करोड़ रुपये थी। वहीं पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड आय 29,602 करोड़ रुपये पर रही थी। सितंबर तिमाही में कंपनी के आय में सालाना आधार पर 23.4 फीसदी और तिमाही आधार पर 6 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
इसी तरह 30 सितंबर 2022 को समाप्त तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 6,021 करोड़ रुपये पर रहा है। जो कि पिछले वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 5,421 करोड़ रुपये पर रहा था। कंपनी के मुनाफे में सालाना आधार पर 11.1 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। जबकि तिमाही आधार पर इसमें 12.3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।