रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries)जर्मन रिटेलर मेट्रो एजी (METRO AG)के भारत स्थित कैश एंड कैरी कारोबार को अधिग्रहित करने जा रही है। इंडस्ट्री सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इसके लिए रिलांयस, मेट्रो एजी के साथ करीब 50 करोड़ या 500 मिलियन रुपये के सौदे पर सहमत हो गई है। भारतीय रुपए में देखें तो ये सौदा 4060 करोड़ रुपए में तय हुआ है। इस सौदे के तहत मेट्रो कैश एंड कैरी के भारत स्थित 31 होल सेल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटरों, लैंड बैंक और दूसरी संपत्तियों का मालिकाना हक रिलायंस के पास चला जाएगा। इस अधिग्रहण से देश के सबसे बड़े रिटेलर रिलायंस रिटेल को बी2बी सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मेट्रो और रिलायंस की तरफ से आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
देश के दिग्गज उद्यमी मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और मेट्रो के बीच पिछले कुछ महीनों से इस सौदे पर चर्चा चल रही थी और पिछले हफ्ते जर्मन मूल की कंपनी मेट्रो एजी, रिलायंस रिटेल के प्रस्ताव पर सहमत हो गई। हालांकि कि इस खबर पर जानकारी लेने के लिए संपर्क करने पर मेट्रो और रिलायंस इंडस्ट्रीज दोनों ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। रिलायंस के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हमारी कंपनी निरंतर आधार पर विभिन्न अवसरों का मूल्यांकन करती है। मेट्रो एजी के प्रवक्ता ने कहा, 'बाजार की अफवाहों या अटकलों पर हम कोई टिप्पणी नहीं करते हैं।
जानिए मेट्रो कैश एंड कैरी के ग्राहकों में कौन हैं शामिल
मेट्रो कैश एंड कैरी के ग्राहकों में खुदरा विक्रेता और किराना स्टोर, होटल, रेस्तरां और कैटरर्स (HoReCa),कॉरपोरेट्स, एसएमई, कंपनियां और तमाम संस्थान शामिल हैं। B2B सेगमेंट को कम मार्जिन वाला करोबार माना जाता है। 2014 में कैरेफोर (Carrefour)जैसी बहुराष्ट्रीय कैश एंड कैरी कंपनियां देश से बाहर हो गई थीं।
जुलाई 2020 में, ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट ग्रुप ने वॉलमार्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में 100 फीसदी हिस्सेदारी अधिग्रहित की थी जो "बेस्ट प्राइस कैश-एंड-कैरी" बिजनेस संचालित करती है।
सियाम मैक्रो भी अधिग्रहण की दौड़ में था शामिल
रिलायंस के अलावा कुछ दूसरे रिटेलर भी मेट्रो कैश एंड कैरी के अधिग्रहण की दौड़ में शामिल थे। इनमें सियाम मैक्रो (Siam Makro)भी शामिल था। सियाम मैक्रो लॉट होलसेल सॉल्यूशंस ब्रांड ( LOTS Wholesale Solutions) नाम के तहत लॉट्स होलसेल कैश-एंड-कैरी ट्रेडिंग का करोबार करता है।
पिछले महीने, थाईलैंड के चारोन पोकफंड ग्रुप (Charoen Pokphand Group)से जुड़े सियाम मैक्रो ने मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के लिए बोली लगाने से पीछे हटने की घोषणा की थी। मेट्रो एजी दुनिया के 34 देशों में कारोबार करती है। कंपनी ने 2003 में भारतीय बाजार में प्रवेश किया था।
मेट्रो कैश एंड कैरी का कारोबार
मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया बेंगलुरु में छह स्टोर, हैदराबाद में चार, मुंबई और दिल्ली में दो-दो और कोलकाता, जयपुर, जालंधर, जीरकपुर, अमृतसर, अहमदाबाद, सूरत, इंदौर, लखनऊ, मेरठ, नासिक, गाजियाबाद, तुमकुरु, विजयवाड़ा,विशाखापत्तनम, गुंटूर और हुबली में एक-एक स्टोर संचालित करती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL)समूह के तहत आने वाली सभी खुदरा कंपनियों की होल्डिंग कंपनी है। आरआरवीएल ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का कंसोलीडेटेड टर्नओवर दर्ज किया था।
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)