डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर का नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है। अगर ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है, तो इससे शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे मुंह का सूखना, पेट में दर्द, बार-बार पेशाब आना, बहुत प्यास लगना, थकान और कमजोरी। इसके अलावा, चोट या घाव भी जल्दी ठीक नहीं होते। अगर लंबे समय तक ब्लड शुगर बढ़ा रहता है, तो ये किडनी, आंखों, दिल और नसों पर भी असर डाल सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम और डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का सेवन जरूरी है।
इसके साथ-साथ ब्लड शुगर के स्तर की नियमित जांच भी करना चाहिए। ऐसा करने से ना सिर्फ शारीरिक समस्याओं से बचाव होता है, बल्कि दीर्घकालिक जटिलताओं का खतरा भी कम होता है। इसलिए ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है।
अगर लंबे समय तक ब्लड शुगर हाई बना रहे, तो ये किडनी, लिवर और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। डायबिटीज पूरी तरह से ठीक नहीं होती, इसे केवल हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल से कंट्रोल में रखा जा सकता है।
सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
एक रिसर्च के मुताबिक, खाने के साथ एक से दो चम्मच सेब का सिरका (पानी में मिलाकर) लेने से ब्लड शुगर कम हो सकता है। ये इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाता है और भोजन को धीरे पचने में मदद करता है।
एक स्टडी के अनुसार, मेथी A1C और खाने के बाद शुगर को घटाने में मददगार है। इसमें मौजूद अमीनो एसिड अग्न्याशय को इंसुलिन रिलीज करने में सहायक होता है। मेथी को रातभर पानी में भिगोकर खाना लाभकारी माना गया है।
जिंक अग्न्याशय की बीटा कोशिकाओं को इंसुलिन बनाने में मदद करता है। डायबिटीज मरीजों में इसकी कमी पाई जाती है। जिंक के लिए आप रेड मीट, सीप, पोल्ट्री, नट्स और साबुत अनाज का सेवन करें।
दालचीनी पाचन तंत्र में कार्ब्स को धीरे-धीरे ब्रेक करने में मदद करती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। आप सुबह खाली पेट इसका पानी या काढ़ा पी सकते हैं।
बेल के पत्ते ब्लड शुगर के अचानक बढ़ने को रोक सकते हैं और शुगर, यूरिया व कोलेस्ट्रॉल को भी घटा सकते हैं। इन्हें चाय या काढ़े के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
जीवनशैली में बदलाव भी है जरूरी
दवाओं के साथ-साथ मरीजों को तनाव मुक्त रहना, नियमित व्यायाम करना, कार्ब्स की मात्रा कम करना, फाइबर युक्त भोजन लेना और अधिक पानी पीना चाहिए। ये आदतें ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से कंट्रोल करने में मदद करती हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।