आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग काम और जिम्मेदारियों के बोझ तले इतने दब गए हैं कि अपनी सेहत पर ध्यान देना लगभग भूल ही गए हैं। देर रात तक जागना, फास्ट फूड का अधिक सेवन, और लगातार तनाव में रहना — ये सब अब सामान्य आदतों में शुमार हो चुके हैं। लेकिन इन आदतों का सबसे बड़ा असर पड़ता है हमारे दिल पर। हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट या स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियां धीरे-धीरे पनपती हैं, पर अक्सर हम इनके शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं। खासतौर पर हार्ट अटैक, जो एक 'साइलेंट किलर' की तरह बिना ज्यादा चेतावनी के भी आ सकता है।
ऐसे में जरूरी है कि हम उन संकेतों को पहचानें जो शरीर पहले ही देने लगता है — ताकि समय रहते उचित कदम उठाया जा सके और जान बचाई जा सके। आइए जानते हैं हार्ट अटैक के कुछ अहम लक्षणों के बारे में।
व्यस्त जीवनशैली बन रही है खतरे की जड़
आज की तेज रफ्तार जिंदगी में नींद पूरी न लेना, जंक फूड का ज्यादा सेवन, और लगातार तनाव में रहना आम बात हो गई है। ये आदतें धीरे-धीरे दिल की सेहत पर असर डालती हैं और हार्ट अटैक जैसे गंभीर जोखिम का कारण बन सकती हैं।
दिल तक खून ले जाने वाली धमनियों के ब्लॉक होने पर हार्ट मसल्स तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। इसका नतीजा होता है दिल का दौरा। ये प्रक्रिया धीमी भी हो सकती है और अचानक भी।
हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले संकेत
1. सीने में हल्का या तेज दर्द
ये दर्द अक्सर दबाव, जलन या कसाव की तरह महसूस होता है, जो हाथ, जबड़े, पीठ या गर्दन तक फैल सकता है।
बिना किसी भारी शारीरिक मेहनत के भी थकावट महसूस होना, खासतौर पर महिलाओं में, दिल की गड़बड़ी का इशारा हो सकता है।
आराम करते हुए भी अगर सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो यह हार्ट फेल होने का लक्षण हो सकता है।
अचानक आने वाला ठंडा और चिपचिपा पसीना भी खतरे की घंटी हो सकता है।
रक्त संचार में रुकावट के कारण अचानक चक्कर आना या अंधेरा छा जाना, दिल की समस्या का संकेत हो सकता है।
कभी-कभी हार्ट अटैक की शुरुआत पेट की खराबी या उल्टी जैसे लक्षणों से होती है, जिन्हें लोग अक्सर गैस या अपच समझ बैठते हैं।
कुछ मामलों में, खासकर पैरों की मांसपेशियों में अचानक और दर्दनाक ऐंठन भी हार्ट अटैक से पहले हो सकती है।
वक्त रहते पहचानिए और बचाइए जान
हार्ट अटैक से पहले शरीर कई संकेत देता है, जरूरत है उन्हें पहचानने और अनदेखा न करने की। यदि इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक दिखाई दे, तो बिना देर किए डॉक्टर से परामर्श लें। सही वक्त पर उठाया गया कदम, जान बचा सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।