ब्रोकली का नाम सुनते ही हेल्दी खाने की तस्वीर आंखों में उभर आती है डाइटिंग करने वाले लोगों की प्लेट में सबसे पहले इसी का नाम आता है। वजन घटाना हो या इम्युनिटी बढ़ानी हो, ब्रोकली को हर जगह सुपरफूड की तरह पेश किया जाता है। लेकिन क्या वाकई ये सबके लिए फायदेमंद है? शायद नहीं। हेल्दी दिखने वाली हर चीज हर किसी के लिए सही हो, ये जरूरी नहीं होता। ब्रोकली भी उन्हीं चीजों में से एक है। कई बार ये फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है, खासकर तब जब कोई पहले से किसी बीमारी से जूझ रहा हो।
इसलिए अगर आप भी ब्रोकली को अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना रहे हैं, तो एक बार रुककर जरूर सोचिए क्या ये आपके शरीर के लिए सही है? आइए जानते हैं किन लोगों को इस सब्जी से थोड़ा परहेज करना चाहिए।
अगर आप हाइपोथायरायडिज्म या किसी भी तरह की थायरॉइड समस्या से ग्रसित हैं, तो ब्रोकली आपके लिए सही नहीं है। इसमें 'गॉइट्रोजन' नामक तत्व पाया जाता है, जो थायरॉइड हार्मोन के निर्माण को प्रभावित करता है। इससे आपकी स्थिति और भी बिगड़ सकती है। इसलिए ब्रोकली खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
ब्रोकली फाइबर में तो भरपूर होती है, लेकिन ये फाइबर कमजोर पाचन तंत्र वालों के लिए भारी पड़ सकता है। खासतौर पर जिन लोगों को गैस, पेट फूलना या अपच की दिक्कत रहती है, उन्हें ब्रोकली खाने से परहेज करना चाहिए। इसका फाइबर और विशेष कार्बोहाइड्रेट पेट में गैस बनाकर असहजता पैदा कर सकते हैं।
ब्रोकली में पोटैशियम और ऑक्सालेट की मौजूदगी किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ा सकती है। ये कैल्शियम के साथ मिलकर स्टोन बनाने में सहायक हो सकती है। इसलिए जिन लोगों को पहले से ही किडनी की कोई दिक्कत है, उन्हें ब्रोकली खाने से पहले डॉक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए।
खून पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं तो सावधानी जरूरी
अगर आप ऐसी दवाएं लेते हैं जो खून को पतला करती हैं (जैसे वॉरफरिन), तो ब्रोकली आपके लिए जोखिम भरी हो सकती है। इसमें विटामिन K की मात्रा अधिक होती है, जो खून को जमने में मदद करता है और दवा के असर को कम कर सकता है। इससे खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ सकता है।
गर्भवती महिलाएं न करें अधिक सेवन
हालांकि प्रेग्नेंसी में ब्रोकली को हेल्दी माना जाता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा मात्रा में इसका सेवन परेशानी पैदा कर सकता है। खासकर कच्ची ब्रोकली खाने से गैस, अपच और पेट में भारीपन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए गर्भावस्था में ब्रोकली को पकाकर और सीमित मात्रा में ही खाना बेहतर रहेगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।