कैंसर दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है। इस गंभीर बीमारी का नाम सुनते हैं लोग डर जाते हैं। कैंसर से हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत होती है। कैंसर का इलाज संभव है, लेकिन हमेशा ये सफल नहीं होता है। कई बार इलाज और थेरेपी के बाद भी कैंसर के सैल फिर से शरीर में फैल सकता है। इसे रिवर्स कैंसर भी कहा जाता है। कैंसर में शरीर की कोशिकाएं खुद को नुकसान पहुंचाने लगती हैं। वहीं हाल एक कैंसर रिसर्च में एक बड़ी सफलता मिली है।
साउथ कोरिया के वैज्ञानिकों ने एक नई रिसर्च में ऐसा तरीका खोजा है, जिससे कैंसर कोशिकाओं को मारने की बजाय उन्हें फिर से सामान्य बनाया जा सकता है। यह इलाज भविष्य में कैंसर से लड़ने को आसान बना सकता है। आइए जानते हैं इस स्टडी के बारे में
साउथ कोरिया के KAIST (कोरिया एडवांस्ड इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी) के वैज्ञानिकों ने कैंसर के इलाज के लिए नई तकनीक बनाई है, जिसका नाम REVERT है। इस तकनीक में कैंसर बनने से पहले ही कोशिकाओं को सामान्य बनाया जा सकेगा। इसे 'क्रिटिकल मोमेंट' कहा जाता है। इस तकनीक का नाम REVERT है। इसके जरिए शरीर की कोशिकाओं के जीन नेटवर्क को देखा जाता है और पता लगाया जाता है कि कौन से 'मॉलिक्यूलर स्विच' कैंसर सेल्स बनने में मदद करते हैं। अगर समय रहते इन स्विच को बंद या चालू किया जाए, तो कैंसर बनने की प्रक्रिया रोकी जा सकती है। इसमें MYC और YY1 दो मुख्य जीन्स शामिल हैं। प्रोफेसर क्वांग-ह्यून के अनुसार, उन्होंने मरीजों में इस खास समय को पहचानने की प्रक्रिया को तेज किया है।
वैज्ञानिकों ने इस तकनीक को मरीजों की कोशिकाओं से बनाए गए छोटे अंगों (ऑर्गनॉइड्स) पर भी आजमाया। इसमें देखा गया कि जब REVERT तकनीक से बताए गए जीन को टारगेट किया गया, तो कोशिकाएं फिर से सामान्य तरीके से काम करने लगीं। प्रोफेसर क्वांग-ह्यून चो के अनुसार, उनकी टीम ने उस मुख्य मद्दे को पकड़ लिया है जब सामान्य सेल गलत तरीके से काम करना शुरू करता है। इसी समय अगर इसे वापस स्वस्थ बना दिया जाए, तो कैंसर बनने का खतरा बहुत कम हो जाता है।
इसमें दो जीन्स का भी अहम रोल होता है। MYC और YY1 ऐसे जीन हैं, जो शरीर में कैंसर सेल्स बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और इन्हें ऑन्कोजीन कहा जाता है। अगर ये सही तरीके से काम न करें तो सेल्स टूटने लगते हैं और कैंसर बन सकता है। YY1 एक ट्रांसक्रिप्शन फैक्टर है, जो डीएनए का हिस्सा होता है। जब यह ठीक से काम नहीं करता, तो पैंक्रियास, ब्रेस्ट और लंग में कैंसर हो सकता है।