Chicken Pox: चेचक से घबराएं नहीं, सही देखभाल और घरेलू नुस्खों से जल्द मिलेगा आराम
Chicken Pox prevention tips: बहुत सी बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनके बारे में हमें पूरी जानकारी नहीं होती, लेकिन जब वे हो जाती हैं, तो घबराहट होने लगती है। चेचक भी ऐसी ही एक बीमारी है, जिसे लेकर लोग भ्रमित हो जाते हैं और झाड़-फूंक तक करवा लेते हैं। आइए जानें इसके कारण और घरेलू उपचार, जो राहत दिला सकते हैं
Chicken Pox prevention tips: चिकन पॉक्स के दाने बहुत अधिक खुजली करते हैं, लेकिन इन्हें खुजलाने से संक्रमण बढ़ सकता है और निशान भी पड़ सकते हैं।
गर्मियों के आगमन के साथ ही चिकन पॉक्स (चेचक) तेजी से फैलने लगता है। यह वेरिसेला जोस्टर वायरस के कारण होने वाला संक्रामक रोग है, जो बच्चों को अधिक प्रभावित करता है, लेकिन कई बार वयस्क भी इसकी चपेट में आ जाते हैं। इस बीमारी में शरीर पर लाल खुजलीदार दाने और फफोले उभर आते हैं, जिससे तेज जलन और असहनीय खुजली होती है। हालांकि, इसका कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन नीम की पत्तियां, बेकिंग सोडा स्नान और कैलामाइन लोशन खुजली को कम करने में मदद करते हैं।
साथ ही, पौष्टिक आहार और भरपूर पानी रोगी के तेजी से ठीक होने में सहायक होते हैं। इस बीमारी से बचने के लिए वैक्सीन लगवाना सबसे प्रभावी उपाय है। सही सावधानी बरतें, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें और स्वच्छता का ध्यान रखें, ताकि इस परेशानी से बचा जा सके।
चिकन पॉक्स के लक्षण
चिकन पॉक्स के लक्षण संक्रमण के 10 से 21 दिनों के भीतर दिखने लगते हैं। ये बीमारी 5 से 10 दिनों तक रहती है और इस दौरान निम्नलिखित लक्षण देखे जाते हैं
लाल दाने और खुजली – शुरुआत में चेहरे और छाती पर छोटे-छोटे दाने निकलते हैं, जो बाद में पूरे शरीर में फैल जाते हैं। ये दाने फफोलों में बदल जाते हैं, जिनमें पानी भरा होता है।
तेज बुखार – संक्रमित व्यक्ति को हल्के से तेज बुखार की शिकायत हो सकती है।
सिरदर्द और कमजोरी – शरीर में थकान महसूस होती है, और सिरदर्द भी हो सकता है।
भूख में कमी – गले और मुंह के अंदर फफोले होने की वजह से खाने-पीने में तकलीफ होती है।
मांसपेशियों में दर्द और चक्कर आना – कुछ मामलों में मरीज को भ्रम और कमजोरी भी महसूस होती है।
चिकन पॉक्स के कारण और संक्रमण का तरीका
चिकन पॉक्स एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, जो निम्नलिखित कारणों से फैलती है:
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से
संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से
उनके कपड़े, तौलिये या बिस्तर इस्तमाल करने से
जो लोग पहले चिकन पॉक्स से संक्रमित नहीं हुए हैं या जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है, वे ज्यादा जोखिम में होते हैं।
चिकन पॉक्स के घरेलू उपचार
हालांकि चिकन पॉक्स के लिए कोई विशेष दवा नहीं है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इसके लक्षणों से राहत पाई जा सकती है।
1. कैलामाइन लोशन लगाएं
चिकन पॉक्स के दाने बहुत अधिक खुजली करते हैं, लेकिन इन्हें खुजलाने से संक्रमण बढ़ सकता है और निशान भी पड़ सकते हैं। खुजली से राहत पाने के लिए कैलामाइन लोशन लगाएं। इसमें जिंक ऑक्साइड मौजूद होता है, जो त्वचा को ठंडक पहुंचाकर जलन को कम करता है।
2. हाथों में दस्ताने पहनें
रात में सोते समय रोगी के हाथों में सूती दस्ताने पहनाने से वे अनजाने में खुजलाने से बच सकते हैं। बच्चों के लिए हल्के दस्ताने या मोजे पहनाना फायदेमंद हो सकता है।
3. बेकिंग सोडा से स्नान करें
बेकिंग सोडा खुजली कम करने का एक बेहतरीन उपाय है।
एक बाल्टी गुनगुने पानी में एक कप बेकिंग सोडा मिलाएं और संक्रमित व्यक्ति को इससे नहलाएं।
दिन में दो से तीन बार इस पानी से स्नान करने से खुजली में राहत मिलेगी।
4. नीम की पत्तियां
नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं।
नीम की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट दानों पर लगाएं।
नहाने के पानी में नीम की पत्तियां डालकर स्नान करें।
संक्रमित व्यक्ति के बिस्तर के पास नीम की पत्तियां रखें, जिससे हवा शुद्ध बनी रहे।
7. सही खानपान अपनाएं
चिकन पॉक्स के दौरान सही आहार लेना बहुत ज़रूरी है।
हल्का और सुपाच्य भोजन जैसे मूंग दाल, दलिया और खिचड़ी खाएं।
फलों में केला, सेब, खरबूजा आदि फायदेमंद होते हैं।
दही का सेवन करें, ये पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है।
ताजे हरे पत्तेदार सब्जियों और नारियल पानी का सेवन करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।