कॉलेस्ट्रोल एक प्रकार का वसायुक्त पदार्थ (फैटी सब्स्टेंस) है, जो हमारे शरीर के लिए कई जरूरी कार्य करता है। ये हार्मोन निर्माण, कोशिकाओं की झिल्ली को मजबूत रखने और विटामिन D के उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है। शरीर इसे खुद भी बनाता है और कुछ मात्रा में ये खाने के जरिए भी मिलता है। लेकिन जब शरीर में इसकी मात्रा जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है, तो ये फायदे के बजाय नुकसान पहुंचाने लगता है। अधिक कॉलेस्ट्रोल रक्त धमनियों की दीवारों पर जमने लगता है, जिससे खून का प्रवाह बाधित हो जाता है।
इससे हृदय तक ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित होती है, जो आगे चलकर हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकती है। इसलिए शरीर में कॉलेस्ट्रोल का संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है, और ये संभव है संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर।
संतुलित जीवनशैली से रखें कोलेस्ट्रोल काबू में
कॉलेस्ट्रोल लेवल को काबू में रखने के लिए हेल्दी डाइट और नियमित एक्सरसाइज बेहद जरूरी है। हरी पत्तेदार सब्जियां, फाइबर युक्त भोजन और कुछ खास घरेलू नुस्खे इसमें कारगर साबित हो सकते हैं।
हर दिन खाएं यह खास हरी चटनी,
एक साधारण सी हरी चटनी, जिसमें कुछ खास सामग्रियां शामिल हैं, शरीर से बैड कॉलेस्ट्रोल घटाने में मददगार हो सकती है। इसे आप रोज के खाने में शामिल कर सकते हैं।
हरी चटनी बनाने के लिए सामग्री:
सभी सामग्रियों को ब्लेंडर में डालें और बारीक पीस लें। तैयार चटनी को दिन में एक बार खाने के साथ सेवन करें।
इस चटनी से मिलते हैं ये अनोखे फायदे
धनिया और पुदीना जैसी हरी पत्तियों की वजह से इसमें फाइबर और क्लोरोफिल प्रचुर मात्रा में होता है, जो न सिर्फ पाचन को सुधारता है, बल्कि शरीर से अतिरिक्त कॉलेस्ट्रोल भी कम करता है।
2. लहसुन से दिल का रखे ख्याल
लहसुन में मौजूद सल्फर यौगिक हाई ब्लड प्रेशर और खराब कॉलेस्ट्रोल दोनों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
अलसी का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो न केवल ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है बल्कि दिल की सेहत भी बेहतर बनाता है।
4. कब्ज से राहत और ब्लड शुगर नियंत्रण
इसबगोल के फाइबर तत्व चटनी को और भी सेहतमंद बनाते हैं। यह न सिर्फ पाचन सुधारता है बल्कि ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने में भी मदद करता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।