उम्र बढ़ने के साथ स्किन में झुर्रियां, बारीक लाइनें और रंगत का फीका होना कोई नई बात नहीं है। अब तो ये सभी जानते हैं कि स्किन की सुंदरता के लिए कोलेजेन जिम्मेदार होता है, जो बढ़ती उम्र के साथ कम होने लगता है। त्वचा विशेषज्ञ और क्लिरा की संस्थापक डॉ. एम्मा क्रेथॉर्न बताती हैं, ’20 की उम्र के बाद कोलेजन हर साल एक प्रतिशत की दर से कम होने लगता है।’ यही वजह है कि स्किन में झुर्रियां बढ़ने लगती हैं और उसकी रंगत ढलने लगती है। समय के साथ, कोलेजन अंदरूनी और बाहरी कारणों से अपने आप कम हो जाता है।
क्रेथॉर्न बताती हैं, कोलेजन वह ढांचा है जो त्वचा को सहारा देता है। इसके बिना, या इसकी कमी से, त्वचा की मासूमियत खो सकती है और ये ढीली पड़ सकती है। कोलेजन हमारी त्वचा को मजबूती देता है और उसे नर्म बनाता है। साथ ही ये घाव भरने में मदद करता है और उसका लचीलापन बरकरार रखता है।
कोलेजेन के लिए सबसे बड़ा खतरा
स्किन की सेहत के लिए कोलेजन की मात्रा ठीक होना बेहद जरूरी है। लिहाजा अच्छी स्किन चाहते हैं तो इसे संभालने पर ध्यान दें। प्रदूषण, स्मोकिंग, ऑक्सिडेटिव तनाव स्किन में कोलेजन को बनने से रोकते हैं। इसके अलावा शरीर में शुगर की अधिक मात्रा भी कोलेजेन को नुकसान पहुंचाती है। यह सब काफी नहीं है, तो अल्ट्रा वायलेट किरणें भी कोलेजेन की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार होती हैं। इसलिए स्किन स्पेशलिस्ट कम से कम SPF 30 वाली सनस्क्रीन के इस्तेमाल पर जोर देते हैं। ये स्किन कैंसर और हाइपरपिग्मेंटेशन से बचाने के साथ-साथ त्वचा का कोलेजेन संवारने के लिए भी जरूरी है।
कोलेजेन संवारने का समय कब
कोलेजेन का स्तर 20 का दशक पार करते-करते कम होने लगता है। इसका मतलब ये नहीं है कि इसके बाद आपकी त्वचा बेकार हो जाती है, या उसकी सुंदरता गायब हो जाती है। बल्कि इसका अर्थ ये है कि अब आपको कोलेजेन बढ़ाने पर ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए, ताकि बढ़ती उम्र के साथ इससे जुड़ी और दिक्कतें आपको परेशान न कर पाएं।
कोलेजेन बढ़ाने में ये आएंगे काम
बाजार में कोलेजेन बढ़ाने के कई विकल्प मौजूद हैं। लेकिन इनके अलावा हम अपनी जिंदगी में कुछ बदलाव करके भी इसे आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं। आइए जानें
न्यूट्रिशन : कोलेजेन बनाने के लिए शरीर को विटामिन सी, जिंक, मैंगनीज और कॉपर की जरूरत पड़ती है। इसके लिए अपनी डाइट में मछली, अंडे का सफेद हिस्सा, नट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और रास्पबेरी जैसे फलों को शामिल करें।
नींद : अच्छी और पूरी नींद भी शरीर में कोलेजन को स्तर को कायम रखने में मदद करती है। इससे तनाव कम होता है, जो हॉर्मोन संतुलित रखने स्किन को जवां रखने में अहम रोल निभाता है।
सप्लिमेंट्स : हालांकि ज्यादातर त्वचा विशेषज्ञ मानते हैं कि स्पलिमेंट का स्किन में कोलेजेन में कोई विशेष रोल नहीं होता है। मगर इन्हें नियमित लेने से त्वचा में नमी बनी रहती है और उसका लचीलापन भी बेहतर रहता है। इसके लिए SPF 30 वाली सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें। अपने खाने में उन चीजों को शामिल करें जिनमें विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट अच्छी मात्रा में हो। इसके साथ ही आप रेटिनॉल या रेटिनॉएड के सप्लिमेंट ले सकती हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।