कोरोना वायरस की नई लहर ने फिर से पूरी दुनिया में चिंता बढ़ा दी है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। हाई ब्लड प्रेशर और शुगर (डायबिटीज) से ग्रस्त मरीज इस संक्रमण के प्रति बेहद संवेदनशील होते हैं। उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने के कारण वे वायरस से लड़ने में असमर्थ हो जाते हैं, जिससे उनके लिए कोरोना संक्रमण गंभीर और खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे मरीजों को सामान्य लोगों की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने और जटिलताओं का सामना करने का अधिक खतरा होता है। इस स्थिति में उनके लिए अपनी स्वास्थ्य स्थितियों का खास ख्याल रखना और कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां अपनाना बेहद जरूरी हो जाता है।
सही देखभाल और समय पर उपचार से ही इस संक्रमण के गंभीर प्रभावों को रोका जा सकता है। इसलिए, हाई ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीजों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए सजग और सतर्क रहना जरूरी है।
कमजोर इम्यून सिस्टम का बढ़ता जोखिम
हाई ब्लड प्रेशर और शुगर की वजह से शरीर की सुरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। इससे कोरोना संक्रमण के लक्षण तेजी से बढ़ सकते हैं और मरीज को अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। खासकर फेफड़ों में सूजन और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है।
सावधानियां अपनाएं, खुद को सुरक्षित रखें
इन मरीजों को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और बार-बार हाथ धोना जरूरी है। साथ ही ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए डॉक्टर की सलाह पर दवाएं नियमित लें और रोज जांच करते रहें।
स्वस्थ जीवनशैली से इम्यूनिटी बढ़ाएं
संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और अच्छी नींद इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाएं और डॉक्टर की सलाह पर बूस्टर डोज भी जरूर लें।
संकेत मिलते ही डॉक्टर से संपर्क करें
अगर आपको बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत या किसी भी तरह की अस्वस्थता महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर इलाज से जान का खतरा टाला जा सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।