आजकल की आधुनिक जीवनशैली में खानपान की गलत आदतें, लगातार बढ़ता तनाव और व्यायाम की कमी ने हमारे स्वास्थ्य को गंभीर खतरे में डाल दिया है। लोग तेजी से बढ़ती व्यस्तताओं और तनाव के चलते अपने खाने-पीने पर ध्यान नहीं दे पाते और फास्ट फूड, तली-भुनी चीजें और शक्कर युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करने लगे हैं। इसके साथ ही शारीरिक गतिविधियों में कमी भी एक बड़ी समस्या बन गई है। इन सब कारणों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगी है और कई तरह की बीमारियां जन्म ले रही हैं। ऐसी ही एक गंभीर और व्यापक रूप से फैलने वाली बीमारी है डायबिटीज।
यदि समय पर इस बीमारी पर नियंत्रण न किया जाए तो ये कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। इसलिए आज की बढ़ती डायबिटीज समस्या को समझना और उससे बचाव करना बेहद आवश्यक है।
डायबिटीज में खाने-पीने का विशेष ध्यान जरूरी
डायबिटीज के मरीजों को अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए खानपान पर विशेष निगरानी रखनी होती है। कुछ सब्जियों का सेवन उनके लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि ये उनके रक्त शर्करा स्तर को बढ़ा सकती हैं। इसलिए, इन खास सब्जियों से बचना बेहतर होता है।
डायबिटीज में किन 5 सब्जियों से बचना चाहिए?
आलू में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है और ये स्टार्च से भरपूर होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है। इसके बजाय, शकरकंद का सीमित सेवन बेहतर विकल्प हो सकता है।
मकई में कार्बोहाइड्रेट और शर्करा की मात्रा अधिक होती है, जो शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, मकई की जगह कम GI वाली सब्जियां जैसे ब्रोकली लेना ज्यादा फायदेमंद होता है।
हरी मटर में भी कार्बोहाइड्रेट और प्राकृतिक शर्करा होती है, जो अधिक मात्रा में खाने से ब्लड शुगर बढ़ा सकती है। शुगर पेशेंट को मटर का सेवन सीमित करना चाहिए।
चुकंदर में प्राकृतिक शर्करा की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसका सेवन कम मात्रा में और अन्य कम GI वाली सब्जियों के साथ मिलाकर करना चाहिए।
गाजर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम होता है। अधिक मात्रा में कच्ची गाजर खाना ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, उबली हुई गाजर से बचना चाहिए।
डायबिटीज में कौन सी सब्जियां खानी चाहिए?
डायबिटीज कंट्रोल के लिए कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली सब्जियों जैसे पालक, भिंडी, बैंगन, और पत्तागोभी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इन सब्जियों को फ्राई करने की बजाय उबालकर या भाप में पकाकर खाना अधिक फायदेमंद होता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।