अक्सर हम ये सोचते हैं कि क्या खाया और कितना खाया, लेकिन ये भूल जाते हैं कि खाने के बाद क्या करना चाहिए। सही खानपान जितना जरूरी है, उतनी ही जरूरी है खाने के बाद की आदतें। अगर ये आदतें गलत हों, तो पाचन बिगड़ सकता है और सेहत पर भी असर पड़ता है। योगा एक्सपर्ट बताती हैं कि ज्यादातर लोग खाना खाने के बाद शरीर की गलत स्थिति में बैठ जाते हैं या लेट जाते हैं। ऐसा करने से खाना सही तरीके से पच नहीं पाता और पेट से जुड़ी परेशानियां बढ़ सकती हैं। भोजन को पचाने के लिए जरूरी है कि शरीर सीधा रहे, ताकि खाना आसानी से पाचन तंत्र में मूव कर सके। अगर आप खाने के तुरंत बाद झुककर बैठते हैं या सोफे पर लेट जाते हैं, तो इसका असर न सिर्फ पाचन पर बल्कि आपकी एनर्जी और ओवरऑल हेल्थ पर भी पड़ता है।
ये एक गलती बिगाड़ रही है पाचन
भोजन करने के तुरंत बाद लोग अक्सर आराम की तलाश में सोफे या कुर्सी पर बैठ जाते हैं। कई लोग फोन स्क्रॉल करने लगते हैं, झुककर बैठ जाते हैं या थोड़ी झपकी ले लेते हैं। ये आदत भले ही आराम देने वाली लगे, लेकिन शरीर के लिए भारी पड़ती है। योग विशेषज्ञ कहती हैं कि भोजन के बाद शरीर का सीधा रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे भोजन का मूवमेंट पाचन तंत्र में सही तरीके से हो पाता है।
जब आप खाना खाने के बाद झुकते या लेटते हैं, तो भोजन का पाचन धीमी गति से काम करने लगता है और पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसकी वजह से एसिडिटी, गैस, ब्लोटिंग, एसिड रिफ्लक्स, भारीपन और थकान जैसी परेशानियां हो सकती हैं। ये साधारण सी लगने वाली आदत आपकी पाचन शक्ति को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकती है।
खाने के तुरंत बाद क्या करें?
योगा एक्सपर्ट के मुताबीक, खाने के बाद शरीर को सीधा रखना सबसे फायदेमंद है। आप इन आदतें को अपना सकते हैं:
कमर सीधी रखकर बैठें – कुछ मिनट सीधे बैठने से पाचन अच्छा होता है।
वज्रासन में बैठें – ये योग मुद्रा भोजन पचाने के लिए सबसे प्रभावी मानी जाती है।
हल्की वॉक करें – भोजन के बाद थोड़ी देर टहलने से न केवल पाचन सुधरता है, बल्कि ऊर्जा स्तर भी बेहतर रहता है।
खाने के बाद सही मुद्रा में बैठने या हल्की वॉक करने जैसी साधारण आदतें आपके पाचन तंत्र में बड़ा बदलाव ला सकती हैं।
शरीर हल्का और एनर्जेटिक महसूस करता है
पेट से जुड़ी आम परेशानियां कम हो जाती हैं
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।