Credit Cards

Diabetes: ब्लड शुगर लेवल रहेगा काबू में, अगर रोज सुबह पिएंगे तांबे के लोटे का पानी

Diabetes: डायबिटीज के मरीज तांबे के बर्तन में रखा पानी पीकर ब्लड शुगर कंट्रोल कर सकते हैं। रात में तांबे के लोटे में पानी भरकर रखें और सुबह खाली पेट पिएं। यह तरीका प्राकृतिक रूप से शुगर लेवल मैनेज करने में मदद करता है और शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाता है

अपडेटेड Jul 22, 2025 पर 7:30 AM
Story continues below Advertisement
Diabetes: तांबा मनुष्य के शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ है।

भारत में डायबिटीज एक तेजी से फैलती हुई स्वास्थ्य समस्या बन गई है, जिससे हर उम्र के लोग प्रभावित हो रहे हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर को अंदर से खोखला कर देती है, और जब तक इसके लक्षण सामने आते हैं, तब तक शरीर को काफी नुकसान हो चुका होता है। आधुनिक दवाओं और इलाज के बीच अब लोग फिर से प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति, यानी आयुर्वेद की ओर रुख कर रहे हैं। आयुर्वेद में ऐसे कई आसान और प्रभावी उपाय बताए गए हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इन्हीं में से एक है—तांबे के बर्तन में रखा गया पानी पीना।

यह उपाय सुनने में साधारण लगता है, लेकिन इसके पीछे छिपा विज्ञान और आयुर्वेदिक महत्व बेहद प्रभावशाली है। तांबे में रखे पानी का नियमित सेवन शरीर में इंसुलिन की क्रिया को संतुलित करता है और मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाता है।

डायबिटीज के खिलाफ एक देसी हथियार


तांबा (Copper) सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि एक औषधीय तत्व है। आयुर्वेद के अनुसार, रातभर तांबे के लोटे में रखा पानी सुबह खाली पेट पीना शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचा सकता है। खासतौर पर डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए यह एक बेहद कारगर आदत बन सकती है।

ब्लड शुगर को कैसे कंट्रोल करता है तांबे का पानी?

तांबे में मौजूद प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में ग्लूकोज के मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं। यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है, जिससे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर धीरे-धीरे नियंत्रित होने लगता है। इसके अलावा, यह पानी शरीर की कोशिकाओं को रिपेयर करने और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में भी मदद करता है।

डायबिटिक पेशेंट्स को मिलते हैं ये फायदे

घाव जल्दी भरते हैं: तांबे का पानी त्वचा पर सूजन और जलन को कम करता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों में घाव भरने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।

स्किन इंफेक्शन से राहत: स्किन पर बार-बार होने वाले इंफेक्शन को यह रोक सकता है।

इम्यूनिटी को बूस्ट करता है: तांबे के गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं।

पाचन सुधारता है: बेहतर पाचन डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायक होता है।

कब और कैसे पिएं तांबे का पानी?

हर रात सोने से पहले एक तांबे के बर्तन (जैसे लोटा) में पानी भरकर रख दें।

सुबह उठकर खाली पेट वही पानी धीरे-धीरे पिएं।

इसे नियमित रूप से अपनाएं, लेकिन ओवरडोज न करें।

सावधानी जरूरी है

तांबे का पानी कभी भी बहुत ज्यादा मात्रा में न पिएं। अधिक सेवन से यह ब्लड शुगर को अचानक घटा सकता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज इस उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

सेहत का सीक्रेट, जो सदियों से सामने है

तांबे का पानी कोई चमत्कारी औषधि नहीं, बल्कि जीवनशैली में एक छोटा लेकिन असरदार बदलाव है। इसे आजमाकर आप न केवल डायबिटीज को मैनेज कर सकते हैं, बल्कि अपनी पूरी हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं—बिना किसी साइड इफेक्ट के।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Benefits of tea: चाय से प्यार है? तो ये 1 आदत आपके हार्ट अटैक का खतरा आधा कर सकती है!

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।