How to Control Sugar: इस पेड़ की पत्तियां डायबिटीज और सूजन-गठिया के लिए हैं रामबाण, जानिए इस करामाती पत्तों के बारे में

Drumstick Plant Benefits: सहजन का बोटेनिकल नाम मोरिंगा ओलिफेरा (Moringa Oleifera) है। इसे मोरिंगा और ड्रमस्टिक भी कहते हैं। ड्रमस्टिक की सबसे ज्यादा पैदावार भारत में होती है। इस पेड़ की पत्तियों से लेकर फलियां तक सेहत के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। डायबिटीज, गठिया, बीपी जैसे मरीजों के लिए संजीवनी की तरह हैं

अपडेटेड Nov 13, 2024 पर 6:09 PM
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Drumstick Plant Benefits: सहजन की पत्तियां विटामिन, खनिज पदार्थ, एंटीऑक्‍सीडेंट, क्‍लोरोफिल और पूर्ण अमीनो-एसिड का अच्छा स्रोत मानी जाती हैं।

देश में कई ऐसे करामाती पेड़-पौधे उनकी पत्तियां पाई जाती हैं, जो सेहत के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं हैं। ऐसे ही सहजन का पौधा किसी मेडिकल स्टोर से कम नहीं है। आयुर्वेद में वर्षों से इस पौधे की फलियां ही नहीं पत्तियों का भी दवाइयों के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। सहजन की पत्तियां विटामिन, खनिज पदार्थ, एंटीऑक्‍सीडेंट, क्‍लोरोफिल और पूर्ण अमीनो-एसिड का अच्छा स्रोत मानी जाती हैं। सहजन की पत्तियों के नियमित सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। मोटापा कम होता है। इसके साथ सूजन, पेट दर्द में भी राहत देता है।

सहजन यानी मोरिंगा की पत्तियां विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और खनिजों से भरपूर होती हैं। इन पत्तियों में विटामिन A, B1, B2, B6, C और फोलेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इनमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, आयरन और फॉस्फोरस भी होते हैं। इसके अलावा एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल जैसे गुण पाए जाते हैं।

सहजन में विटामिन C का भंडार


गढ़वाल विश्वविद्यालय के शोधकर्ता डॉ. जयदेव चौहान ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि सहजन मुख्य रूप से एशिया महाद्वीप के दक्षिणी देशों में पाया जाता है। भारत में भी यह बड़ी मात्रा में मिलता है। दक्षिण भारत में इसकी फलियों का उपयोग सांभर में किया जाता है और इसकी सब्जी भी बनाई जाती है। उन्होंने आगे बताया कि रिसर्च में पाया गया है कि एक संतरे में जितना विटामिन C होता है। उतना ही विटामिन C सहजन की एक फली और पत्ती में भी पाया जाता है। सहजन की पत्तियों के इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम (immune system) मजबूत होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं।

बढ़ती उम्र के असर को करे कम

डाइट में सहजन को या इसकी पत्तियों को शामिल कर सकते हैं। इसका सेवन आपके चेहरे पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं इसके बीज भी कम उम्र में त्वचा पर एजिंग के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।

पेट दर्द और अल्सर में फायदेमंद

सहजन या सहजन की पत्तियों का सेवन कई पेट संबंधी समस्याओं जैसे – पेट दर्द और अल्सर से बचाव कर सकते हैं। इसमें एंटी-अल्सर गुण मौजूद होते हैं, जिस कारण इसके सेवन से अल्सर के जोखिम से बचाव हो सकता है।

हाई बीपी और गठिया में होता है मददगार

जिन लोगों को हाई बीपी की समस्या होती है। वो भी इसकी पत्तियों और फलियों का सेवन कर सकते हैं। यह पौधा हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसमें कैल्शियम बड़ी मात्रा में पाया जाता है, जिससे यह गठिया रोगों की रोकथाम में भी मददगार साबित होता है। इसके नियमित सेवन से सेहत में काफी सुधार होता है।

डायबिटीज के लिए फायदेमंद है सहजन

सहजन में राइबोफ्लेविन बड़ी मात्रा में पाया जाता है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। सहजन की पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें। इसके बाद एक पैन में पानी डालें और इसमें थोड़ा सहजन का पाउडर डालकर उबाल लें। इसके बाद इसे छान लें और शहद मिलाकर पी सकते हैं।

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First Published: Nov 05, 2024 11:53 AM

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