गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसे हमारे देश में प्राचीन समय से औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। बदलती जीवनशैली, कमजोर इम्यूनिटी और लगातार बढ़ते प्रदूषण के दौर में गिलोय सेहत की रक्षा के लिए एक भरोसेमंद उपाय बन चुका है। इसे आयुर्वेद में 'अमृता' यानी अमरत्व देने वाली औषधि कहा गया है, क्योंकि ये शरीर को अंदर से मजबूत बनाकर कई रोगों से लड़ने की ताकत देती है। गिलोय का सेवन जूस, चूर्ण या काढ़े के रूप में किया जाता है और ये खासतौर पर वायरल संक्रमण, पाचन समस्याएं, लीवर कमजोर होना या ब्लड शुगर असंतुलन जैसी कई परेशानियों में असरदार साबित होता है।
अगर आप भी एक नैचुरल और सुरक्षित उपाय की तलाश में हैं, तो गिलोय को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले इसके लाभ, सेवन का सही तरीका और इससे जुड़ी सावधानियों को जान लेना जरूरी है।
गिलोय में मौजूद प्रभावशाली तत्व
गिलोय में एल्कलॉइड्स, ग्लूकोसाइड्स, टैनिन और अन्य महत्वपूर्ण यौगिक पाए जाते हैं। ये सभी मिलकर इसे औषधीय गुणों से भरपूर बनाते हैं।
इम्यूनिटी बूस्ट करता है: गिलोय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और संक्रमण से बचाता है।
सूजन में राहत देता है: इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द, गठिया आदि समस्याओं में आराम पहुंचाते हैं।
एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर: ये फ्री रेडिकल्स से लड़ता है और कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है।
डायबिटीज में सहायक: गिलोय ब्लड शुगर को नियंत्रित कर टाइप-2 डायबिटीज को संभालने में मदद करता है।
लीवर को रखे स्वस्थ: ये लीवर की कार्यक्षमता बढ़ाने और उसे विषैले तत्वों से बचाने में सहायक होता है।
पाचन में मददगार: गिलोय कब्ज और अपच जैसी समस्याओं में राहत देने में भी उपयोगी है।
गिलोय का जूस: इसकी पत्तियों और तनों को पीसकर जूस बनाकर रोज सुबह पी सकते हैं।
गिलोय चूर्ण: सूखे तनों और पत्तों को पीसकर पाउडर बनाएं और पानी या दूध के साथ लें।
गिलोय की जड़: इसकी जड़ों को उबालकर पानी पीना भी लाभकारी होता है।
गिलोय को सुबह खाली पेट लेना सबसे अच्छा माना जाता है। हालांकि, इसे दिन के किसी भी समय लिया जा सकता है, लेकिन मात्रा का विशेष ध्यान रखना जरूरी है।
किसे नहीं करना चाहिए गिलोय का सेवन?
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गिलोय से बचना चाहिए। साथ ही, यदि आप किसी बीमारी के लिए दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह से ही इसका उपयोग करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।