आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत को संभालना सबसे बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। ऑफिस की डेडलाइन, ट्रैफिक का झंझट, मोबाइल और लैपटॉप से चिपकी दिनचर्या इन सबके बीच शरीर थक जाता है। स्ट्रेस, थकावट और कमजोर इम्युनिटी अब हर दूसरे व्यक्ति की आम समस्या बन चुकी है। ऐसे में जरूरत है एक ऐसी छोटी लेकिन असरदार हेल्दी आदत की, जो न सिर्फ शरीर को राहत दे बल्कि दिनभर की थकान से भी लड़ने की ताकत दे। सुबह खाली पेट एक गिलास ग्रीन ड्रिंक पीना ऐसी ही एक सिंपल और असरदार आदत है,
जिसे आजकल कई सेलेब्स और फिटनेस एक्सपर्ट्स अपनी रूटीन का हिस्सा बना चुके हैं। ये ड्रिंक शरीर को अंदर से साफ करता है, एनर्जी बढ़ाता है और त्वचा में नैचुरल ग्लो लाता है। सबसे अच्छी बात, इसे घर पर बेहद आसान तरीक़े से तैयार किया जा सकता है।
सेहत के लिए क्यों जरूरी है ग्रीन ड्रिंक?
ग्रीन ड्रिंक कोई एक खास रेसिपी नहीं, बल्कि एक हेल्दी कॉम्बिनेशन होता है — जिसमें हरी सब्जियां, फल, मसाले और कुछ घरेलू जड़ी-बूटियां शामिल होती हैं। इसका मकसद शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालना, पाचन को बेहतर बनाना और इम्युनिटी को बूस्ट करना होता है।
जानिए सेलेब्स क्या पीते हैं?
शिल्पा शेट्टी अपनी मॉर्निंग ड्रिंक में आंवला, तरबूज और गाजर का जूस शामिल करती हैं, जिससे स्किन ग्लो करती है और डाइजेशन स्ट्रॉन्ग रहता है।
मलाइका अरोड़ा अदरक, हल्दी और आंवला का हेल्दी शॉट लेती हैं जो शरीर को अंदर से डिटॉक्स करता है।
आलाया एफ दिनभर खीरा, नींबू और पुदीना वाला डिटॉक्स वॉटर पीती हैं जिससे शरीर हाइड्रेटेड और फ्रेश बना रहता है।
किचन की आम चीजों से बनाएं सुपरहेल्दी ड्रिंक
इस ड्रिंक को बनाने के लिए न किसी महंगे इंग्रेडिएंट की जरूरत है और न ही किसी फैंसी मशीन की। पुदीना, नींबू, आंवला, खीरा, हल्दी, अदरक जैसे सामान हर घर में मौजूद होते हैं। बस इन्हें सही तरीके से मिलाना है और रोजाना इसे पीने की आदत बनानी है।
कैसे और कब पिएं ग्रीन ड्रिंक?
सुबह खाली पेट एक छोटा गिलास ग्रीन ड्रिंक पीना सबसे फायदेमंद होता है।
आप चाहें तो दिनभर डिटॉक्स वॉटर की तरह भी इसे धीरे-धीरे लेते रहें।
शुरुआत हफ्ते में दो-तीन दिन से करें और फिर धीरे-धीरे इसे अपनी डेली रूटीन में शामिल करें।
फायदे जो नजर भी आएंगे और महसूस भी होंगे
शरीर रहेगा हल्का और डिटॉक्स
त्वचा बनेगी ग्लोइंग और साफ
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।