आजकल एक समस्या जो आमतौर पर सुनने को मिल रही है, वो है लिवर में गड़बड़ी की। लिवर हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग होता है। इसका स्वस्थ रहना पूरे शरीर की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन अक्सर हम इसे तब तक नजरअंदाज करते रहते हैं, जब तक ये खुद से बीमार होने का संकेत न देने लगे। इंस्टिट्यूट ऑफ लिवर ऐंड बाइलियरी साइंसेज (ILBS) के डॉ एसके सरीन ने नेटवर्क 18 को दिए इंटरव्यू में लिवर को हेल्दी रखने के कुछ आसान टिप्स बताए हैं। इन्हें फॉलो करेंगे तो आपका लिवर 100 साल तक सोना सा चमकता रहेगा।
लिवर अच्छी तरह से काम करता रहे, इसके लिए जरूरी है उसको साफ रखना। इसके लिए डॉ सरीन रोज दो सेब खाने की सलाह देते हैं। सेब में फाइबर, पेक्टिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो लिवर को डिटॉक्स करने के साथ ही गंदगी भी दूर करते हैं। इनके अलावा काला चना, साबुत मिलेट्स, रंगीन सब्जियां, अखरोट और कॉफी का नियमित रूप से सेवन भी लिवर की सफाई में मदद करता है।
हर हफ्ते 150 मिनट तेज वॉक
डॉ सरीन का कहना है कि वॉकिंग, योग और कार्डियो जैसी एक्सरसाइज नियमित करनी चाहिए। इससे लिवर को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। उनका कहना है कि हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की तेज वॉक फैटी लिवर को कम करने में मदद करती है।
डॉ सरीन के मुताबिक अगर आप लंबा और स्वस्थ जीवन चाहते हैं, तो शराब से बिलकुल दूर रहें। ये लिवर के लिए जहर जितनी खतरनाक है। उन्होंने सॉफ्ट ड्रिंक्स, स्पोर्ट्स ड्रिंक्स या बोबा टी जैसी शुगर युक्त पेय से भी दूर रहने की सलाह दी है। ये फैटी फैटी लिवर को सिरोसिस तक ले जा सकती हैं।
समय पर सोएं और अच्छी नींद लें
अधूरी नींद या सोने के समय में उतार-चढ़ाव लिवर को बहुत बुरी तरह प्रभावित करता है। डॉ सरीन के मुताबिक नींद की गुणवत्ता आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को प्रभावित करती है। इसमें गड़बड़ी से फैटी लिवर का खतरा बढ़ जाता है। देर रात खाना भी लिवर की सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
लिवर को दुखी करते हैं जंक फूड
प्रोसेस्ड, ट्रांस फैट्स और जंक फूड का सेवन लिवर को सीधे नुकसान पहुंचाता है। डॉ. सरीन के अनुसार, इससे मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, टाइप 2 डायबिटीज और फैटी लिवर जैसी बीमारियां होने का जोखिम बढ़ता है। इसलिए जहां तक हो घर का बना खाना खाएं। अपनी डाइट में सब्जियां, साबुत अनाज, काला चना, बाजरा, अखरोट, फल और ड्राई फ्रूट्स शामिल करें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
एंटीबायोटिक, पेनकिलर या अन्य भारी दवाएं लिवर पर बहुत गहरा असर डालती हैं। इसलिए डॉ. सरीन इनसे जहां तक हो दूर रहने की सलाह देते हैं। इसके अलावा समय-समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) करवाएं और लिवर सिरोसिस जैसे संकेतों को नजरअंदाज न करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।