आजकल की लाइफस्टाइल के कारण युवाओं और वयस्कों में यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। सुबह उठते ही अगर आपको शरीर भारी-भारी, मांसपेशियां जकड़ी हुई और चलने-फिरने में परेशानी महसूस होती है, तो ये सिर्फ थकान नहीं, बल्कि आपके लाइफस्टाइल की वजह से हाई यूरिक एसिड के संकेत हो सकते हैं। लंबे समय तक बैठकर काम करना, फास्ट फूड और रेड मीट का ज्यादा सेवन, मीठे और फ्रूटोज वाले ड्रिंक्स, और पानी कम पीना ये सब आदतें शरीर में यूरिक एसिड बढ़ाती हैं। इससे मांसपेशियों में सूजन, शरीर में अकड़न और दिनभर थकान महसूस होती है।
शुरुआती दौर में इसे नजरअंदाज करना आसान लगता है, लेकिन धीरे-धीरे ये आपकी सेहत और रोजमर्रा की लाइफ को प्रभावित कर सकता है। इसलिए लाइफस्टाइल सुधारना और शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
बार-बार रात में पेशाब आना
अगर रात में बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है, पेशाब का रंग गहरा या झागदार हो, तो ये किडनी पर यूरिक एसिड के दबाव का संकेत है। शरीर इसे बाहर निकालने की कोशिश करता है और किडनी अधिक मेहनत करने लगती है।
जोड़ों में अचानक दर्द और सूजन
अंगूठे, एड़ी या घुटनों में अचानक तेज दर्द, सूजन और चलने-फिरने में तकलीफ होना गाउट अटैक का संकेत है। ये तब होता है जब यूरिक एसिड क्रिस्टल जोड़ों में जमने लगते हैं।
अगर स्किन रूखी, खुजली वाली हो या जोड़ के पास टॉफी जैसी गांठ बन जाए, तो ये भी यूरिक एसिड के जमा होने की चेतावनी है। ये गांठें अंदर ही अंदर शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
हल्का बुखार या शरीर में लगातार सूजन
बार-बार हल्का बुखार रहना, बिना जुकाम या गले की खराश के, शरीर के अंदर चल रही सूजन का संकेत हो सकता है। यूरिक एसिड शरीर के अंदर क्रॉनिक इंफ्लामेशन पैदा करता है, जिससे हल्का बुखार और थकान होती है।
हाई यूरिक एसिड से बचने के उपाय
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।