Credit Cards

Diabetes: डायबिटीज में शुगर चेक करने का सही पैटर्न, जानिए कब और कैसे करें मॉनिटरिंग

Diabetes: डायबिटीज मरीजों को ब्लड शुगर लेवल की रोजाना जांच जरूर करनी चाहिए, ताकि उसे नियंत्रित रखा जा सके। कुछ लोग दिन में एक बार तो कुछ दो बार जांच करते हैं, लेकिन सही समय और बार–बार जांच बेहद जरूरी है। आइए जानें कि दिन में कितनी बार और कब शुगर लेवल चेक करना चाहिए

अपडेटेड May 22, 2025 पर 10:55 AM
Story continues below Advertisement
Diabetes: शुगर के लंबे असर को जानने के लिए हर 3 महीने में HbA1c टेस्ट जरूर कराएं।

डायबिटीज यानी मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे पूरे शरीर को प्रभावित करती है। ये अब सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी नहीं रही, बल्कि युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है। अगर इसे समय रहते नियंत्रित न किया जाए, तो ये दिल, किडनी, आंखों और नर्व्स को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए इसका सही इलाज सिर्फ दवाइयों से नहीं, बल्कि रोजमर्रा की निगरानी और जीवनशैली में बदलाव से भी होता है। सबसे जरूरी है ब्लड शुगर लेवल की नियमित जांच। इससे न केवल मौजूदा स्थिति की जानकारी मिलती है, बल्कि ये भी पता चलता है कि दवा और डाइट कितना असर कर रही है।

हालांकि, बहुत से मरीजों को ये नहीं पता होता कि दिन में कितनी बार और किस समय शुगर जांचना सबसे फायदेमंद होता है। इस लेख में हम बताएंगे कि डायबिटीज मरीजों को शुगर लेवल की जांच कब और कितनी बार करनी चाहिए ताकि बीमारी पर बेहतर नियंत्रण पाया जा सके।

ब्लड शुगर की जांच क्यों जरूरी है?


डायबिटीज में शरीर में इंसुलिन की कमी या कार्यप्रणाली में गड़बड़ी हो जाती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर असंतुलित रहने लगता है। अगर शुगर बहुत ज्यादा या बहुत कम हो जाए, तो ये शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। नियमित जांच से आप समय रहते बदलाव पा सकते हैं, और अपनी दवा, डाइट या लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं।

दिन में कितनी बार करें शुगर लेवल की जांच?

शुगर की जांच का समय और संख्या आपकी डायबिटीज के प्रकार, उम्र, इलाज और वर्तमान शुगर लेवल की स्थिती पर निर्भर करती है।

टाइप-1 डायबिटीज मरीज

दिन में 4 से 6 बार तक शुगर की जांच करनी चाहिए।

खासकर खाने से पहले और बाद में, व्यायाम के बाद और सोने से पहले।

टाइप-2 डायबिटीज मरीज

2 से 3 बार जांच जरूरी होती है।

अगर शुगर नियंत्रण में है, तो दिन में दो बार –

सुबह खाली पेट (Fasting Sugar)

खाने के 2 घंटे बाद (Post Meal Sugar)

अगर शुगर अनियंत्रित है, तो रात को सोने से पहले भी जांच करनी चाहिए।

रात में जांच क्यों जरूरी है?

कुछ मरीजों का शुगर लेवल रात में अचानक गिर जाता है, जिससे बेहोशी या कोमा तक की स्थिति बन सकती है।

यदि आप इंसुलिन लेते हैं या दिनभर थका हुआ महसूस करते हैं, तो रात को सोने से पहले ब्लड शुगर की जांच जरूर करें।

यदि ये 50 mg/dL से नीचे जाता है, तो ये बेहद खतरनाक हो सकता है।

HbA1c टेस्ट है लॉन्ग टर्म रिपोर्ट कार्ड

रोज की जांच शॉर्ट टर्म जानकारी देती है, लेकिन शुगर के लंबे असर को जानने के लिए हर 3 महीने में HbA1c टेस्ट जरूर कराएं। ये टेस्ट बताएगा कि पिछले 2-3 महीनों में आपका औसत ब्लड शुगर लेवल कितना रहा।

लाइफस्टाइल सुधार से मिलेगा बेहतर कंट्रोल

शुगर जांच के साथ-साथ जरूरी है कि आप अपनी डाइट, व्यायाम और नींद का भी ध्यान रखें।

संतुलित भोजन करें

मीठा, प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा फैट से परहेज करें

नियमित वॉक या हल्की एक्सरसाइज करें

तनाव से बचें और पर्याप्त नींद लें

कम जांच करना बन सकता है खतरा

कई मरीज सोचते हैं कि हफ्ते में एक बार जांच करना काफी है। लेकिन ब्लड शुगर तेजी से ऊपर-नीचे हो सकता है, और अगर आप इसे नजरअंदाज करें तो ये हार्ट अटैक, किडनी फेलियर या स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Vitamin D Symptoms: इन 10 लक्षणों से पहचानें विटामिन D की कमी, जानिए कैसे करें इसकी भरपाई

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।