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Men vs Women Height: लड़कों की हाइट लड़कियों से ज्यादा क्यों होती है? स्टडी में हुआ बड़ा खुलासा

पुरुषों और महिलाओं की लंबाई में अंतर हार्मोनल बदलावों और जेनेटिक कारणों से होता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की वृद्धि से लंबाई बढ़ती है, जबकि महिलाओं में एस्ट्रोजन की वजह से वृद्धि धीमी होती है। इसके अलावा, प्राचीन सभ्यताओं में पुरुषों को ताकत और लंबाई की आवश्यकता थी, जो आज तक जारी है

अपडेटेड Jan 28, 2025 पर 4:27 PM
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Men vs Women Height: हमारे शरीर के ग्रोथ में हार्मोन की अहम भूमिका होती है।

Men vs Women Height: प्रकृति ने पुरुष और महिला दोनों को समान रूप से बनाया है दोनों के पास समान दिमाग, दिल और रूप हैं। वहीं पुरुषों और महिलाओं की लंबाई में फर्क एक दिलचस्प तथ्य है जिसे समझना आसान है। महिलाओं और पुरुषों में हॉर्मोनल बदलावों का असर उनकी लंबाई पर होता है। जैसे-जैसे लड़के बड़े होते हैं उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ता है जिससे उनकी हड्डियां और मांसपेशियां ज्यादा मजबूत और लंबी होती हैं। लड़कियों में एस्ट्रोजन हार्मोन ज्यादा होता है जो उनकी लंबाई बढ़ने की गति को धीमा कर देता है। इसके अलावा पुरानी सभ्यताओं में पुरुषों को ताकत और लंबाई की जरूरत थी ताकि वे शिकार कर सकें और अपनी सुरक्षा कर सकें।

इसलिए, पुरुषों का शरीर प्राकृतिक रूप से लंबा हुआ। इस बदलाव के कारण ही आज भी हम पुरुषों को महिलाओं से लंबा पाते हैं। यह सभी बदलाव पूरी तरह से प्राकृतिक हैं और लाखों सालों की विकास प्रक्रिया का हिस्सा हैं।

 जेनेटिक कारण


पुरुष और महिला की लंबाई में अंतर मुख्य रूप से जेनेटिक होता है। अगर हम अपने परिवार की बात करें तो ज्यादातर मामलों में महिलाएं पुरुषों की तुलना में छोटी होती हैं। ये जेनेटिक होते हैं पीढ़ी दर पीढ़ी चलते आते हैं। डार्विन के सिद्धांत के अनुसार मानव ने अपनी जरूरतों के हिसाब से खुद को विकसित किया और शुरू में शिकार करने के लिए पुरुषों को ताकतवर और लंबा होना जरूरी था जिससे उनकी लंबाई बढ़ी और यह गुण पीढ़ियों तक चला।

हार्मोन का प्रभाव

हमारे शरीर के ग्रोथ में हार्मोन की अहम भूमिका होती है। जब हम छोटे होते हैं तब तक एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन दोनों में समान रूप से होते हैं। लेकिन किशोरावस्था में बदलाव आता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा बढ़ने से मसल्स और हड्डियों का विकास होता है जिससे उनकी लंबाई बढ़ती है। वहीं महिलाओं में एस्ट्रोजन का स्तर घटने से ग्रोथ हार्मोन की सक्रियता कम हो जाती है जिससे उनकी लंबाई बढ़ने में रुकावट आती है। इसलिए किशोरावस्था में पुरुषों की लंबाई तेजी से बढ़ती है जबकि महिलाओं की लंबाई कम बढ़ती है।

पिछली सदी में पुरुषों की लंबाई 

बायोलॉजी लेटर्स  पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, पिछले एक सदी में पुरुषों की लंबाई महिलाओं की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ी है। यह अध्ययन 69 देशों में लगभग 1 लाख लोगों पर किया गया था। अध्ययन में पाया गया कि एक सदी में महिलाओं की लंबाई 1.68 सेमी बढ़ी जबकि पुरुषों की लंबाई 4.03 सेमी बढ़ी। इसके अलावा पुरुषों का वजन भी महिलाओं के मुकाबले ज्यादा बढ़ा है।

 प्राकृतिक प्रक्रिया

मानवों का विकास उनकी शारीरिक जरूरतों के अनुसार हुआ था। शुरुआती मानवों को ताकत और लंबाई की जरूरत थी इसलिए पुरुषों ने खुद को इस तरह ढाला और यही कारण है कि पुरुष महिलाओं की तुलना में लंबा होते हैं। यह प्रक्रिया समय के साथ पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रही।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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