बरसात में सेब या केला? जानिए किसे खाने से सेहत रहेगी टनाटन
Health tips: बारिश के मौसम में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। ऐसे में सुबह कौन-सा फल खाना सेहतमंद रहेगा—सेब या केला? दोनों के अपने फायदे हैं, लेकिन हर फल हर स्थिति में नहीं खाया जा सकता। आइए जानें किस वक्त और किस हालत में कौन-सा फल फायदेमंद है
Health tips: बरसात में केला खाने से कुछ लोगों की सेहत बिगड़ सकती है
बरसात का मौसम चाय की चुस्की और ठंडी फुहारों के लिए भले ही पसंद किया जाए, लेकिन यह सेहत के लिए कई तरह की मुश्किलें भी साथ लाता है। इस मौसम में अक्सर पाचन तंत्र धीमा हो जाता है, जिससे थकान, गैस, अपच जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में क्या खाएं और क्या नहीं, यह सोच-समझकर तय करना जरूरी हो जाता है। खासतौर पर सुबह के समय जब शरीर को ऊर्जा की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब सही फल का चुनाव करना और भी अहम हो जाता है। कई लोग दिन की शुरुआत बनाना यानी केले से करते हैं, तो कुछ सेब को तरजीह देते हैं।
लेकिन कौन-सा फल इस मौसम में ज्यादा फायदेमंद है? डॉक्टरों की राय भी इस पर बंटी नजर आती है। आइए जानते हैं कि मानसून में सेब और केला, दोनों में से कौन-सा फल आपके स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर हो सकता है।
बरसात में पाचन तंत्र की कमजोरी क्यों?
मानसून की नमी पाचन अग्नि यानी डाइजेस्टिव पावर को ठंडा कर देती है। ऐसे में ठंडे और भारी फल जैसे केला पेट पर बोझ बन सकते हैं, जबकि सेब हल्का, गुनगुना और फाइबर से भरपूर होने के कारण पचाना आसान होता है।
केला
केले में मौजूद पोषक तत्व और कैलोरी गुनगुना कर पेट तुरंत ऊर्जा देते हैं। लेकिन इसका कफ-प्रभाव बरसात में समस्या खड़ा कर सकता है— जैसे सर्दी, खांसी, सर्दी का बलगम, और पेट फूलना।
सेब क्यों है बरसात में बेहतर विकल्प?
सेब में प्राकृतिक पेक्टिन फाइबर होता है जो पाचन को नॉर्मल करता है और गैस, कब्ज़ जैसी समस्याओं को दूर करता है। छिलके सहित खाया जाए तो इसमें और अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं—जो इम्युनिटी को भी मजबूत रखते हैं।
किसे नहीं खाना चाहिए केला?
बरसात में केला खाने से कुछ लोगों की सेहत बिगड़ सकती है:
जोड़ों का दर्द या गठिया
लगातार सर्दी-खांसी
पाचन कमजोर हो जाना
बुजुर्ग या बच्चे
गर्भवती महिलाएं
इन समूहों में सूजन और कफ दोष बढ़ने की संभावना रहती है।
अगर केला ही खाएं, तो कैसे?
अगर आप केला खाने का मन बना ही रहे हैं, तो उपाय करें:
दिन के वक्त खाएं
तुरंत बाद गुनगुना पानी पिएं
साथ में एक चुटकी दालचीनी या शहद मिलाएं—इससे पचने में आसानी होती है।
सेब खाने का सही तरीका क्या है?
सेब को धोकर और छिलके समेत खाएं
अगर ठंड लग रही हो—तो हल्का गुनगुना कर खाएँ
यह स्नैक या नाश्ते में बिल्कुल उपयुक्त और पचने में आसान होता है।
कौन सा फल चुनना है, कैसे?
अगर पाचन कमजोर हो तो सेब खाना बेहतर होता है क्योंकि ये हल्का और फाइबर से भरपूर होता है, जिससे इसे पचाना आसान होता है। जब शरीर को तुरंत ऊर्जा की जरूरत होती है, खासकर दिन के समय, तब केला फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें कैलोरी अधिक होती है और यह फौरन एनर्जी बूस्ट करता है। गठिया, सर्दी या कमजोर पाचन की स्थिति में भी सेब ज्यादा उपयुक्त होता है, क्योंकि यह पाचन में राहत देता है और कफ की समस्या को भी कम करता है। यदि व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ है, तो दोनों फल फायदेमंद हो सकते हैं, बशर्ते इनका सेवन संतुलित मात्रा में और सही समय पर किया जाए।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।