आज के समय में डायबिटीज एक बेहद आम लेकिन खतरनाक बीमारी बन चुकी है, जिसका सबसे बड़ा कारण है हमारी बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल, अनियमित खानपान और लगातार बढ़ता तनाव। एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, हर 10 में से 4 लोग ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित हैं। डायबिटीज न केवल शरीर को धीरे-धीरे अंदर से कमजोर करती है, बल्कि किडनी, आंखों, दिल और नर्व्स पर भी बुरा असर डालती है। चौंकाने वाली बात ये है कि ये बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं होती, लेकिन सही खानपान, व्यायाम और कुछ घरेलू उपायों से इसे काफी हद तक कंट्रोल में रखा जा सकता है।
ऐसे में एक आम सी दिखने वाली सब्जी – प्याज, डायबिटीज रोगियों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। प्याज में मौजूद पोषक तत्व और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स इसे डायबिटिक डाइट के लिए बेहद फायदेमंद बनाते हैं। आइए जानते हैं कि प्याज डायबिटीज के मरीजों के लिए क्यों जरूरी है।
डायबिटीज के लिए नेचुरल टॉनिक है प्याज
प्याज में कैलोरी कम और न्यूट्रिएंट्स अधिक होते हैं। इसमें विटामिन C, B कॉम्प्लेक्स, पोटैशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सबसे खास बात ये है कि प्याज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है, जिससे ये ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ने में मदद करता है। ये डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद अनुकूल बनाता है।
कार्ब की मात्रा कम, फायदे ज्यादा
डायबिटीज के मरीजों के लिए कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। प्याज में कार्ब की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे यह शरीर में शुगर और ग्लूकोज के स्तर को तेजी से नहीं बढ़ाता। इसके सेवन से पाचन भी बेहतर होता है और ब्लड शुगर स्तर स्थिर बना रहता है।
दिल के लिए भी वरदान है प्याज
प्याज सिर्फ ब्लड शुगर ही नहीं, बल्कि दिल की सेहत का भी ख्याल रखता है। ये खून को पतला करने में मदद करता है जिससे हार्ट पर दबाव कम पड़ता है। साथ ही खून के थक्के नहीं जमते, जिससे हार्ट अटैक का खतरा घटता है। दिल के मरीजों को खासतौर पर रोजाना कच्चे प्याज का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
इम्यून सिस्टम को भी बनाता है मजबूत
डायबिटीज के मरीजों की इम्यूनिटी सामान्य लोगों की तुलना में कमजोर हो जाती है। प्याज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्लेवोनॉयड्स शरीर के इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। रोजाना कच्चा प्याज खाना संक्रमण के जोखिम को कम कर सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।