पपीता पोषक तत्वों का खजाना है। यह फल जितना फायदेमंद है, उतना ही इसकी पत्तियां भी सेहत के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। पपीता में कई विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं। यह विटामिन A, C और E के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। डेंगू बुखार के इलाज में पपीता का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। पपीते के पत्तों के अर्क से प्लेटलेट काउंट बढ़ने में मदद मिलती है। इससे डेंगू बुखार में रिकवरी होने में मदद मिलती है। कई स्टडी में कहा गया है कि पपीता कैंसर के रोकथाम में भी बेहद कारगर है। हालांकि अभी इसमें और स्टडी की जरूरत है।
पपीता के सेवन से कई तरह की बीमारियों की छुट्टी हो जाती है। डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को इस बात का भ्रम रहता है कि वो पपीता का सेवन करें या नहीं करें। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि पपीता खाना चाहिए या नहीं। दरअसल, पपीता का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 60 है। यानी कि यह आपका शुगर तेजी से नहीं बढ़ाएगा। इसका सीमित मात्रा में सेवन कर सकते हैं। इसका मतलब है कि ब्लड शुगर लेवल को यह बहुत जल्दी नहीं बढ़ाता है। लो जीआई फ़ूड 20 से 49 के बीच होते हैं। जबकी 50- 69 ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फ़ूड मध्यम जीआई फ़ूड होते हैं। हाई जीआई फ़ूड 70 -100 के बीच होते हैं।
डायबिटीज के मरीज कैसे करें पपीता का सेवन
डायबिटीज के मरीज अगर कच्चा पपीता खा सकें, तो वह उनके लिए अधिक बेहतर है। कच्चे पपीते में चीनी कम होती है। इसमें हाई फाइबर और कम फैट पाया जाता है। अगर हम दोनों की तुलना करें, तो कच्चे पपीते में लेटेक्स होता है। इसमें सफाई के गुण होते हैं। रॉ पपीता पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और सोडियम का भी स्रोत होता है। हालांकि कच्चा और पका हुआ पपीता, दोनों ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। पपीता एंटीऑक्सीडेंट्स हैं जो कि इंसुलिन सेल्स को तेजी से बढ़ावा देते हैं और शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करते है। डायबिटीज के मरीजों में कब्ज की समस्या को दूर करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
पपीता से पाचन शक्ति होगी मजबूत
पपीते के पत्तों में पपेन और काइमोपैपेन (papain and chymopapain) नामक एंजाइम होते हैं। यह पाचन शक्ति को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। मुंबई के रमा हेल्थकेयर लिमिटेड (Rama Healthcare Limited) के डॉ. अरविंद अस्थाना (Dr Arvind Asthana) का कहना है कि अगर आपको पेट फूलना, सीने में जलन और कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हैं तो पपीता बेहद फायदेमंद है। इतना ही नहीं पपीता के सेवन से इम्यूनिटी में इजाफा होता है। इससे कई तरह की संक्रमित बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
स्किन के लिए फायदेमंद है पपीता
मुंहासे हो जाने पर पपीता की पत्तियों का रस लगा सकते हैं। इतना ही नहीं अगर आपको घाव हो गया है तो इसकी पत्तियों का रस लगाए। इससे घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है। कच्चे पपीते में प्रोटीज एंजाइम की मात्रा अधिक होती है। यही कारण है कि फल में डी-स्लॉइंग गुण होते हैं जो घाव को तेजी से भरने में मदद करते हैं। पपीता के सेवन से त्वचा में निखार आता है।
पारियड्स के दौरान जिन महिलाओं को ज्यादा दर्द होता है। वो पपीता के पत्तियों की चाय का सेवन कर सकती हैं। इससे आराम मिलेगा। इतना ही नहीं इससे अनियमित मासिक च्रक की समस्या से छुटकारा भी मिलता है। ऐसा माना जाता है कि पपीता के हीटिंग गुण की वजह से भी पीरियड्स समय पर आ सकते हैं। लिहाजा पूरे दिन में एक बार पपीता का सेवन जरूर करें। अगर किसी अन्य तरह की समस्या भी है, तो आप अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। ताकि किसी तरह की अड़चन न आए।