मोदी सरकार की ओर से युवाओं के लिए साल 2022 में लाई गई अग्निपथ योजना का खासा विरोध हुआ था। हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव में विपक्ष दलों के नेताओं ने अग्निपथ योजना को चुनावी मुद्दा बनाया था। इस बीच पिछले कुछ दिनों से WhatsApp में एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया गया है कि अग्निपथ योजना को कुछ बदलावों के साथ सैनिक सम्मान योजना (Sainik Saman Scheme) के तौर पर लाया जा रहा है। हालांकि PIB ने इस मैसेज को फर्जी बताया है और सफाई भी जारी की है।
PIB ने अपने फैक्ट चेक में ऐसे दावों को फर्जी करार दिया है। उन्होंने बताया कि WhatsApp मैसेज में दावा किया जा रहा है कि अग्निपथ योजना की समीक्षा की गई। इसके बाद इसमें कुछ बदलाव के साथ सैनिक सम्मान योजना के तौर पर शुरू किया गया है। इसमें अग्नीवीर भर्ती 4 की बजाय 7 साल और 25 फीसदी की बजाय 60 फीसदी को स्थायी कमीशन के दावे किए जा रहे हैं।
मैसेज फर्जी, सरकार ने नहीं लिया कोई फैसला
इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी बताया गया है। कहा जा रहा है कि केंद सरकार ने इस तरह का कोई फैसला नहीं लिया है। बता दें कि हाल ही में खत्म हुए लोक सभा चुनावों के बाद फिर से NDA सरकार के शपथ ग्रहण के बाद से ही रक्षा मंत्रालय की अग्निपथ योजना की समीक्षा किए जाने को लेकर कई विपक्षी दलों पर मांग उठाई जा रही है। इसके बाद अग्निपथ योजना में बदलाव किए जाने की रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मिली कथित जानकारी के आधार पर कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इन सभी पर सरकार की तरफ से आधिकारिक तौर पर अब खण्डन कर दिया गया है।
अग्निपथ योजना की होगी समीक्षा
मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल में 10 प्रमुख मंत्रालयों के सचिवों को अग्निपथ योजना की समीक्षा करने के लिए कहा है। इसके साथ ही इस स्कीम को अधिक आकर्षक और कारगर तरीके सुझाने का काम सौंपा है। केंद्र सरकार जल्द से जल्द इसकी हर कमी को दूर करना चाहती है। दूसरी ओर भारतीय सेना ने भी एक इंटरनल सर्वे किया है। जिसमें अग्निपथ योजना में कुछ बदलाव करने की सिफारिश की गई है।