राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), प्रह्लाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) और रेणुका सिंह सरुता (Renuka Singh Saruta) का इस्तीफा गुरुवार को स्वीकार कर लिया। इन मंत्रियों ने हाल में हुए विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की है। राष्ट्रपति ने जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) को कृषि मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया। अर्जुन मुंडा तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मई 2019 में उन्हें जनजातीय मामलों का केंद्रीय मंत्री नियुक्त किया गया था। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के अनुसार केंद्रीय मंत्रिपरिषद से उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए।
मध्य प्रदेश की दिमनी विधानसभा सीट पर 79,137 वोट पाकर जीत हासिल करने के बाद नरेंद्र तोमर ने इस्तीफा दे दिया। तीन अन्य राज्य मंत्रियों (MoS) राजीव चंद्रशेखर, शोभा करंदलाजे और भारती प्रवीण पवार को भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने मुंडा को कृषि मंत्रालय और किसान कल्याण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर को राज्य मंत्री के तौर पर जल शक्ति मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार को जनजातीय कार्य के मंत्रालय में राज्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बता दें कि बीजेपी ने फैसला किया था कि हाल में राज्य विधानसभाओं के लिए चुने गए उसके सभी 12 सांसद संसद की सदस्यता छोड़ देंगे, जिसके बाद केंद्रीय मंत्रियों तोमर, पटेल और सरुता ने इस्तीफा दे दिया।
इससे संकेत मिलते हैं कि वे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नई सरकारों में शामिल हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ से लोकसभा सांसद सरुता ने हाल में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा था और भरतपुर-सोनहत सीट से जीत दर्ज की थी।
इस्तीफा देने वाले अन्य सांसदों में मध्य प्रदेश से राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह और रीति पाठक हैं, राजस्थान से किरोड़ी लाल मीणा, दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और छत्तीसगढ़ से गोमती साई और अरुण साव शामिल हैं। मीणा को छोड़कर सभी लोकसभा के सदस्य थे। मीणा राज्यसभा के सदस्य हैं।