Atal Setu Inauguration: पीएम मोदी ने भारत के सबसे लंबे समुद्री ब्रिज का किया उद्घाटन, जानें- अटल सेतु की 15 बड़ी बातें
यह पुल लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किलोमीटर और जमीन पर लगभग 5.5 किलोमीटर है। एक बयान में कहा गया है कि यह मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सीधा संपर्क प्रदान करेगा। यह मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा
Atal Setu Inauguration: यह भारत का सबसे लंबा पुल और एशिया का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज भी है
Atal Setu Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (MTHL) का उद्घाटन कर दिया है। इस पुल को भारत का सबसे लंबा और देश का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज होने का गौरव प्राप्त है। 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इसका निर्माण किया गया है। इसे 'अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु (Atal Bihari Vajpayee Sewri-Nhava Sheva Atal Setu)' नाम दिया गया है। PM मोदी ने दिसंबर, 2016 में इस पुल की आधारशिला रखी थी। यह भारत का सबसे लंबा पुल और एशिया का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज भी है।
यह पुल लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किलोमीटर और जमीन पर लगभग 5.5 किलोमीटर है। एक बयान में कहा गया है कि यह मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सीधा संपर्क प्रदान करेगा। यह मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच संपर्क में भी सुधार होगा।
नवी मुंबई में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने 'ईस्टर्न फ्रीवेज ऑरेंज गेट' को मरीन ड्राइव से जोड़ने वाली सड़क सुरंग की आधारशिला भी रखी। 9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई जाएगी और यह मुंबई में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास होगा। इसके अलावा वह सूर्या क्षेत्रीय पेयजल परियोजना के पहले चरण को भी राष्ट्र को समर्पित किया। 1,975 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह परियोजना महाराष्ट्र के पालघर और ठाणे जिलों को पेयजल आपूर्ति प्रदान करेगी, जिससे लगभग 14 लाख लोगों को लाभ होगा।
- 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इसका निर्माण किया गया है। पीएम मोदी ने दिसंबर, 2016 में इस पुल की आधारशिला रखी थी।
- यह भारत का सबसे लंबा पुल और भारत का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज भी है।
- यह पुल लगभग 21.8 किमी लंबा छह लेन वाला पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किमी और जमीन पर लगभग 5.5 किमी है।
- यह मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सीधा संपर्क प्रदान करेगा। मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा।
- बयान में कहा गया है कि इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच संपर्क में भी सुधार होगा।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, MTHL के निर्माण में लगभग 177,903 मीट्रिक टन स्टील और 504,253 मीट्रिक टन सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है।
- MTHL के उद्घाटन के बाद इस पर प्रतिदिन लगभग 70,000 वाहन चलेंगे और इसकी उम्र 100 वर्ष होगा।
- मोटर चालकों को अटल सेतु पर अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से यात्रा करने की अनुमति होगी।
- मुंबई पुलिस ने बताया कि फोर-व्हीलर, मिनी बस और टू-एक्सेल व्हीकल की मैक्सिमम स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है।
- ब्रिज की चढ़ाई और उतार पर स्पीड 40 km प्रति घंटे से ज्यादा नहीं होगी।
- मोटरसाइकिल, मोपेड, तिपहिया वाहन, ऑटो और ट्रैक्टर को इस ब्रिज पर एंट्री नहीं मिलेगा।
- 2018 से परियोजना को पूरा करने के लिए कुल 5,403 श्रमिकों और इंजीनियरों ने प्रतिदिन काम किया। MTHL पर काम करने के दौरान 7 मजदूरों की जान चली गई।
- ब्रिज को मुख्य मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे से जुड़ने के लिए डिजाइन किया गया है, जो राज्य के दो सबसे बड़े शहरों के बीच कनेक्टिविटी को और बढ़ाएगा।
- समुद्र तल से 15 मीटर की ऊंचाई पर बना समुद्री पुल निर्माण का सबसे कठिन हिस्सा था।
- समुद्री हिस्से में इंजीनियरों और श्रमिकों को समुद्र तल में लगभग 47 मीटर तक खुदाई करनी पड़ी।
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि टोल 250 रुपये तय किया गया है और अन्य समुद्री लिंक के लिए टोल 85 रुपये से 90 रुपये है।