कनाडा के अधिकारी का दावा- 'निज्जर हत्याकांड में भारत का हाथ होने की खुफिया जानकारी है'

India-Canada Row: CBC News की रिपोर्ट में कनाडाई सरकार के सूत्रों का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या में भारत की संलिप्तता के जस्टिन ट्रूडो के आरोप ह्यूमन और सिग्नल दोनों खुफिया जानकारी पर आधारित थे। रिपोर्ट के अनुसार, यह ओटावा के 'फाइव आइज (Five Eyes)' खुफिया नेटवर्क से जुड़े एक सहयोगी के इनपुट पर भी आधारित था

अपडेटेड Sep 22, 2023 पर 12:29 PM
Story continues below Advertisement
Who was Hardeep Singh Nijjar: कनाडाई नागरिक निज्जर की 18 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी (Photo- Reuters)

India-Canada Row: एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा के एक अधिकारी ने दावा किया है कि प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख और भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में शामिल हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) हत्याकांड में भारत का हाथ होने की खुफिया जानकारी है। CBC News की रिपोर्ट में कनाडाई सरकार के सूत्रों का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या में भारत की संलिप्तता के जस्टिन ट्रूडो के आरोप ह्यूमन और सिग्नल दोनों खुफिया जानकारी पर आधारित थे। रिपोर्ट के अनुसार, यह ओटावा के 'फाइव आइज (Five Eyes)' खुफिया नेटवर्क से जुड़े एक सहयोगी के इनपुट पर भी आधारित था।

Five Eyes खुफिया नेटवर्क के एक सहयोगी द्वारा प्रदान की गई खुफिया जानकारी और भारतीय अधिकारियों के बीच बातचीत का पता लगने के कारण ओटावा ने खालिस्तान नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए नई दिल्ली को जिम्मेदार ठहराया।

सरकारी सूत्रों का हवाला देते हुए, न्यूज आउटलेट ने कहा कि कनाडा ने निज्जर की हत्या पर एक महीने की लंबी जांच के दौरान भारतीय अधिकारियों, राजनयिकों के बीच बातचीत और "फाइव आईज खुफिया नेटवर्क के एक अज्ञात सहयोगी द्वारा प्रदान की गई" जानकारी से जुड़ी खुफिया जानकारी एकत्र की।


क्या है 'फाइव आईज'?

'फाइव आईज' खुफिया नेटवर्क कनाडा के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को मिलाकर बना है। इसकी स्थापना 1946 में हुई थी। निज्जर की मौत पर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के आरोपों ने एक बड़े राजनयिक संकट का रूप ले लिया है। नई दिल्ली और ओटावा ने जैसे को तैसा की कार्रवाई करते हुए राजनयिकों को निष्कासित करने और सलाह जारी करने सहित कई कदम उठाए हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 18 जून, 2023 को सरे में एक सिख मंदिर के बाहर हुई निज्जर की हत्या की जांच में सहयोग मांगने के लिए कनाडाई अधिकारी कई बार भारत गए। इसके अलावा, इसमें कहा गया है कि कनाडाई राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार जोडी थॉमस अगस्त के मध्य में चार दिनों के लिए भारत में थे, फिर इस महीने में पांच दिनों के लिए।

बंद कमरे में हुई अधिकारियों की हुई बैठक

कनाडाई सरकार के सूत्रों ने CBC न्यूज को बताया कि बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान किसी भी भारतीय अधिकारी ने आरोपों से इनकार नहीं किया। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के बाद, गुरुवार को कनाडाई प्रधानमंत्री ने मीडिया से कहा कि हाउस ऑफ कॉमन्स के पटल पर आरोपों को साझा करने का निर्णय अत्यंत गंभीरता के साथ किया गया था।"

ये भी पढ़ें- India-Canada Row: भारत पर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या का आरोप लगाने के लिए कनाडा ने जासूसी का लिया सहारा

CBC ने बताया, हालांकि कनाडाई सरकार ने भारतीय एजेंटों को निज्जर की मौत से जोड़ने वाले सबूत जारी नहीं किए हैं, लेकिन उन्होंने कहा है कि यह केस के दौरान सामने आ सकता है। बता दें कि भारत ने ट्रूडो के दावों को खारिज कर दिया है, उन्हें "बेतुका" कहा है, और कनाडा पर खालिस्तानी आतंकवादियों और भारत विरोधी तत्वों को शरण देने का आरोप लगाया है।

Akhilesh

Akhilesh

First Published: Sep 22, 2023 12:24 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।