Independence Day 2024: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार (14 अगस्त) को आतंकी हमले में भारतीय सेना का एक कैप्टन शहीद हो गया। एक रक्षा अधिकारी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि डोडा जिले में चल रहे 'ऑपरेशन असर' के दौरान कार्रवाई में 48 राष्ट्रीय राइफल्स के भारतीय सेना के एक कैप्टन की मौत हो गई। आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन अभी भी जारी है। स्वतंत्रता दिवस 2024 से एक दिन पहले डोडा में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में एक आतंकवादी भी घायल हो गया है।
मुठभेड़ के बाद इलाके में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिए उस एरिया की घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया है। सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी शिवगढ़-अस्सार पट्टी में कहीं छिपे हुए हैं। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि सुरक्षा बलों को क्षेत्र से एक M4 कार्बाइन और तीन बैग मिले हैं।
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में एक आतंकी शायल घायल हो गया है, क्योंकि इलाके में खून के धब्बे पाए गए हैं। सुरक्षा बलों ने अमेरिकी M4 असॉल्ट राइफल बरामद की है। इलाके में खून के धब्बे मिले हैं। साथ ही तीन बैग जब्त किए गए हैं। माना जा रहा है कि तीन आतंकवादी अस्सर जंगल में नदी के किनारे छिपे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि उधमपुर जिले के पटनीटॉप इलाके के निकट अकार जंगल में सुरक्षा बलों और पुलिस द्वारा संयुक्त तलाश अभियान शुरू किए जाने के बाद आतंकवादी इन इलाकों में छिप गए हैं। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि डोडा जिले की अस्सर पट्टी में आतंकियों की तलाश के लिए जारी अभियान के दौरान मुठभेड़ में एक अधिकारी घायल हो गया।
दिल्ली से लेकर कश्मीर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां आगामी स्वतंत्रता दिवस लेकर लाल किले और उसके आसपास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सुरक्षा सिस्टम तैनात करेंगी। ANI द्वारा एक्सेस किए गए एक दस्तावेज से पता चलता है कि वीडियो एनालिटिक्स सुविधाओं वाले सीसीटीवी को आयोजन स्थल पर महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया जाएगा। विशेषताएं होंगी। एक अधिकारी ने कहा, "हम परिसर के अंदर लोगों की एंट्री और एग्जिट की गिनती करने के लिए एआई-सशस्त्र कैमरों का भी उपयोग करेंगे। भीड़ का अनुमान AI के माध्यम से लगाया जाएगा।"
अधिकारी ने कहा कि कैमरों में सार्वजनिक स्थानों पर छोड़े गए सामान का पता लगाने की क्षमता होगी। घुसपैठ का पता लगाने वाली विशेषताएं उच्च जोखिम की सुरक्षा करेंगी। प्रत्येक क्षेत्र की प्राथमिकता और संवेदनशीलता के अनुसार अलग-अलग क्षेत्र-आधारित अलार्म सेट किए जा सकते हैं। FRS सर्विस लाइव कैमरों के साथ-साथ रिकॉर्ड किए गए वीडियो पर भी चेहरों की पहचान करेगी।
श्रीनगर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। 15 अगस्त की तैयारियों के मद्देनजर सुरक्षाबल हर खुफिया इनपुट पर नजर रखे हुए हैं। कश्मीर के अलावा सुरक्षाबलों की संख्या देशभर में बढ़ाई गई है। संवेदनशील जगहों पर जवानों की बटालियन तैनात है। पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। जम्मू और कश्मीर के कठुआ, डोडा, उधमपुर, राजौरी और पुंछ जिलों में हुए हमलों के बाद इस स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया है।