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"हॉस्टल कैंपस में मास्टरबेशन, आरोपी को लड़कियों के कमरे में घुसने की छूट", चरनी रोड मर्डर केस में कई चौंकाने वाले खुलासे

Mumbai Charni Road Murder case: मुंबई के चरनी रोड मर्डर केस में कई नए चौंकाने वाले खुलासे आए हैं। चरनी रोड के पास स्थित सरकारी गर्ल्स हॉस्टल के पुरुष कर्मचारी परिसर में ही 'हस्तमैथुन' करते थे। 18-वर्षीय एक छात्रा के साथ 'बलात्कार और हत्या' के बाद कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले ओम प्रकाश कनौजिया को "बिना किसी परमिशन के हॉस्टल रूम में जाने की इजाजत थी

Moneycontrol Newsअपडेटेड Jun 10, 2023 पर 4:02 PM
"हॉस्टल कैंपस में मास्टरबेशन, आरोपी को लड़कियों के कमरे में घुसने की छूट", चरनी रोड मर्डर केस में कई चौंकाने वाले खुलासे
Charni Road Murder Case: हॉस्टल में पीड़िता के साथ रहने वाली एक छात्रा ने इस मामले में नए खुलासे किए हैं

Mumbai Charni Road Murder Case: मुंबई के चरनी रोड मर्डर केस में कई नए चौंकाने वाले खुलासे आए हैं। चरनी रोड के पास स्थित सरकारी गर्ल्स हॉस्टल के पुरुष कर्मचारी परिसर में ही 'हस्तमैथुन' करते थे। 18-वर्षीय एक छात्रा के साथ 'बलात्कार और हत्या' के बाद कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले ओम प्रकाश कनौजिया को "बिना किसी परमिशन के हॉस्टल रूम में जाने की इजाजत थी।" ये जानकारियां तब सामने आईं, जब हॉस्टल में पीड़िता के साथ रहने वाली एक छात्रा ने टेक्निकल एजुकेशन के डायरेक्टोरेट को एक लेटर लिखकर सरकारी बोर्डिंग हाउस के अधिकारियों की 'लापरवाही' के बारे में शिकायत की। छात्रा ने आगे कहा कि परिसर में CCTV कैमरों के खराब होने के बावजूद, कनौजिया को रात में परिसर में रहने की अनुमति दी गई थी।

बता दें कि हॉस्टल के सिक्योरिटी गार्ड ओम कनौजिया ने बीते मंगलवार को छात्रावास की चौथी मंजिल पर अपने कमरे के अंदर महिला की गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि इसके बाद उसने पास की रेलवे पटरियों पर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।

पीड़िता के हॉस्टल की साथी ने लिखा, 'हॉस्टल को जर्जर हालत में रखा गया था और हमें अपने दम पर अपने लिए आवास खोजने के लिए कहा गया था क्योंकि अधिकारी उनकी वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए जिम्मेदार नहीं थे।

शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि हॉस्टल की मेस 30 अप्रैल से बंद थी और उन्हें अपने भोजन की व्यवस्था खुद से करने या फिर नाश्ते और दोपहर के भोजन के लिए पास की कैंटीन में जाने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा, "जब कैदियों ने दोपहर के भोजन के दौरान उत्पीड़न की घटनाओं की सूचना दी, तो वार्डन ने उनपर कोई कार्रवाई नहीं की।"

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