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Covid-19: शरीर को ऐसे खोखला कर रहा है Omicron का ये वेरिएंट, समय पर शुरू कर दें यह काम

Covid-19: चीन में लाशों का ढेर लगाने वाले ओमीक्रोन के BF.7 वेरिएंट भारत समेत कई देशों में तेजी से फैल रहा है। भले ही यह गंभीर नहीं है। लेकिन तेजी से फैलता है। इससे संक्रमित होने के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव दिखते हैं। आम फ्लू सा दिखने वाला कोरोना हमारे शरीर के फेफड़ों, दिल, स्किन को बुरी तरह से छलनी कर रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 06, 2023 पर 9:36 AM
Covid-19: शरीर को ऐसे खोखला कर रहा है Omicron का ये वेरिएंट, समय पर शुरू कर दें यह काम
ओमीक्रोन का BF.7 वेरिएंट वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है

Covid-19: पिछले 2 सालों से कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा है। इसका असर न सिर्फ शरीर में बल्कि पूरी लाइफस्टाइटल को तहस-नहस कर देता है। कोरोना की वजह से घर बैठे लोगों का वजन चीते की रफ्तार से बढ़ रहा है। कुछ समय शांत रहने के बाद अब यह फिर झपट्टा मार रहा है। इस बार कोरोना घातक बनकर वापस लौटा है। इस बार कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट परिवार का एक सबवेरिएंट BF.7 कहर मचा रहा है। यह वेरिएंट चीन में तबाही का कारण बना हुआ है। बताया जा रहा है कि चीन में इस वायरस के रोजाना लाखों नए मामले आ रहे हैं और हजारों लोगों की मौत हो रही है।

ओमीक्रोन का BF.7 वेरिएंट एक बार में करीब 18 लोगों को एक साथ संक्रमित कर सकता है। तीसरी लहर में ओमीक्रोन ही कहर बनकर टूट पड़ा था। ऐसे में इस वेरिएंट का डर अभी भी लोगों के सामने बना हुआ है। ओमीक्रोन का यह वेरिएंट वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। आइये जानते हैं शरीर के किन अंगों पर असर पड़ रहा है?

इन अंगों पर पड़ता है असर

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस ऊपरी श्वसन संक्रमण (Upper Respiratory Infection) है। इसका मतलब यह हुआ कि यह ऊपरी श्वसन पथ में आने वाले अंगों जैसे नाक, साइनस, ग्रसनी (गला), कंठ (वॉइस बॉक्स), श्वास नली पर असर पड़ सकता है। इन अंगों के प्रभावित होने पर आपको सामान्य सर्दी, टॉन्सिलिटिस, साइनस, गले में खराश, नाक बहना, छींकना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द आदि जैसे हल्के लक्षण महसूस हो सकते हैं। हालांकि इस वायरस का वायरल लोड अधिक है इसलिए यह कभी भी निचला श्वसन तंत्र के संक्रमण (Lower Respiratory Infection) में बदल सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यह आपके फेफड़े संक्रमित हो सकते हैं। जिससे ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, ब्रोंकियोलाइटिस, टीबी और कभी-कभी फ्लू हो सकता है।

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