Covid New Variant: ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट का बढ़ा खतरा, एक्सपर्ट्स से जानें कि कितना खतरनाक है यह

दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल की स्टडी से सामने आया है कि कोरोना का एक नया वैरिएंट प्रभावी हो गया है

अपडेटेड Aug 31, 2022 पर 4:13 PM
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लोक नायक हॉस्पिटल के मुताबिक दिल्ली में कोरोना मरीजों से जो सैंपल लिए गए थे, उनमें अधिकतम ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट (BA.2.75) से संक्रमण के मामले सबसे अधिक रहे।

Covid New Variant: कोरोना महामारी का खतरा अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। अब दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल की स्टडी से सामने आया है कि कोरोना का एक नया वैरिएंट प्रभावी हो गया है। लोक नायक हॉस्पिटल के मुताबिक दिल्ली में कोरोना मरीजों से जो सैंपल लिए गए थे, उनमें अधिकतम ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट (BA.2.75) से संक्रमण के मामले सबसे अधिक रहे। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इस नए वैरिएंट के खतरे कम हैं और इससे संक्रमित मरीजे अधिक तेजी से ठीक हो रहे हैं, करीब पांच से सात दिनों में।

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक कोरोना संक्रमण के 4,44,28,393 केसेज सामने आ चुके हैं और इसके चलते 5,27,874 की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 1,065 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं, लेकिन देश भर में अभी कोरोना के 64667 एक्टिव केसेज हैं।


Omicron BA.2.75 के लक्षण

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने BA.2.75 ओमिक्रॉन वैरिएंट को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न लाइनेज अंडर मॉनीटरिंग' के तहत रखा है यानी कि यह वैरिएंट चिंता का विषय है जिस पर निगरानी रखे जाने की जरूरत है। इसके लक्षण ओमिक्रॉन के अन्य सब-वैरिएंट जैसे ही हैं यानी कि इससे संक्रमित मरीजों को शरीर में दर्द, थकान और कम डिग्री वाला बुखार होगा। आमतौर पर ये लक्षण पांच दिनों तक रहते हैं। इसके सामान्य लक्षणों की बात करें तो नाक बहना, बलगम के साथ खांसी, गला बैठना, छींकना, थकान, मांसपेशियों में दर्ज, बेहोशी, बुखार, भूख ना लगना, उबकाई और डायरिया है।

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कितना खतरनाक है ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट

ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट BA.2.75 के खतरे के स्तर की बात करें तो विशेषज्ञों का कहना है कि यह संक्रामक तो अधिक है लेकिन इसके चलते अस्पताल में भर्ती और मौत की आशंका बहुत कम है। इंडियन सार्स-कोवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के मुताबिक इस सब-वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन और सार्स-कोवी-2 में अधिक म्यूटेशन हुआ है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना के खिलाफ जो प्रतिरोधी क्षमता शरीर में है, इस वैरिएंट से संक्रमित होने पर खत्म हो सकती है और जिन्हें पहले कोरोना हो चुका है, वे दोबारा भी संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि वैक्सीन की डोज इसे गंभीर स्थिति में जाने से रोकती है।

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First Published: Aug 31, 2022 4:13 PM

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