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चक्रवात बिपरजोय: NDRF से लेकर रेलवे तक की कैसी है तैयारी? महातूफान से निपटने की कुछ ऐसी बनाई गई रणनीति

चक्रवात बिपरजोय: IMD ने मछुआरों को गुजरात, केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तट से दूर रहने और समुद्र में न जाने की सलाह दी है। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चक्रवात बिपरजोय के मद्देनजर राहत कार्यो के लिए पहले ही अलग-अलग समीक्षा बैठकें कर चुके हैं। बिपरजोय के "बेहद भयंकर चक्रवात तूफान' के रूप में टकराने की आशंका है

Edited By: Shubham Sharmaअपडेटेड Jun 15, 2023 पर 3:31 PM
चक्रवात बिपरजोय: NDRF से लेकर रेलवे तक की कैसी है तैयारी? महातूफान से निपटने की कुछ ऐसी बनाई गई रणनीति
Cyclone Biparjoy: बिपरजोय के "बेहद भयंकर चक्रवात तूफान' के रूप में टकराने की उम्मीद है

चक्रवात बिपरजोय (Cyclone Biparjoy) गुजरात (Gujarat) के कच्छ तट (Kutch Coast) से कुछ घंटों की दूरी पर है। राज्य 115 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश का सामने करने के लिए तैयार है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने गुरुवार सुबह मीडिया से कहा, बिपरजोय के "बेहद भयंकर चक्रवात तूफान' के रूप में टकराने की आशंका है। बिपरजोय जखाऊ पोर्ट से 200 किमी से भी कम दूरी पर है और लैंडफॉल प्रक्रिया शाम से शुरू होगी और रात तक जारी रहेगी।"

IMD प्रमुख ने कहा, "सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के लिए एक रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें अधिकारियों को सड़कों, खड़ी फसलों और घरों के नुकसान के साथ-साथ बिजली सप्लाई, कम्यूनिकेशन और रेलवे में दिक्कतों की आशंका है। अधिकारियों ने संवेदनशील इलाकों से 74,000 लोगों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया। कच्छ में समुद्र के किनारे से 10 Km के दायरे में करीब 120 गांवों के निवासियों को भी निकाला गया है।

Cyclone Biparjoy LIVE: यहां पढ़ें

उन्होंने बताया, "चक्रवात एक विनाशकारी रूप लेकर आ रहा है। इस दौरान पेड़ और झाड़ियां गिर सकती हैं और छोटे और कमजोर ढांचे, जैसे कि फूस, मिट्टी या टिन के घर या ऐलबैस्टर वाले घरों को गंभीर नुकसान हो सकता हैं। इसके अलावा तटीय जिलों में ज्वार की लहरें और भारी बारिश की भी संभावना है। गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में अगले कुछ घंटों में बेहद भारी बारिश होने की संभावना के साथ तट के पास तूफान के दौरान बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी। पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ जिलों में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी, जबकि सौराष्ट्र और उत्तरी गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश होती रहेंगी । बिपरजोय से पाकिस्तान के मांडवी और कराची तटों पर भी असर पड़ने की आशंका है।

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