राष्ट्रीय राजधानी में मानसून के पहुंचने के साथ बारिश ने 88 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके एक दिन बाद शनिवार सुबह दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। रोहिणी और बुराड़ी इलाकों में सुबह बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिन में बादल छाये रहने और भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया है। साथ ही अलर्ट जारी किया है कि शहर में अगले तीन दिनों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
शहर में 2 जुलाई तक बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने अपनी एडवाइजरी में लोगों से घर से निकलने से पहले ट्रैफिक स्टेटस चेक करने, जलभराव वाले इलाको से बचने और बिजली लाइनों या बिजली के तारों से दूर रहने को कहा है। इसने दिल्ली-NCR के लिए अपने फोरकास्ट में लोगों को घर के अंदर रहने और अगर संभव हो तो किसी भी यात्रा से बचने की सलाह दी है
आईएमडी ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचने की संभावना है। ह्यूमिडिटी का लेवल 80 प्रतिशत रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सुबह नौ बजे तक 108 के साथ ‘‘मध्यम’’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
0 से 50 के बीच AQI ‘‘अच्छा’’, 51 से 100 के बीच ‘‘संतोषजनक’’ 101 से 200 के बीच ‘‘मध्यम’’, 201 से 300 के बीच ‘‘खराब’’, 301 से 400 के बीच ‘‘बहुत खराब’’ और 401 से 500 के बीच ‘‘गंभीर’’ माना जाता है।
दिल्ली में मानसून का आगमन शुक्रवार को होने के साथ तीन घंटे की मूसलाधार बारिश के कारण दिल्ली एयर पोर्ट के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस दौरान उड़ानों का परिचालन स्थगित करना पड़ा। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में जलभराव हो गया।
बारिश से हुई घटनाओं में चार अन्य लोगों की भी मौत हुई है।
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को 228.1 mm बारिश दर्ज की गई, जो 1936 के बाद जून माह में, अब तक की सबसे ज्यादा बारिश है।
IMD के अनुसार, शहर के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग में 228.1 मिमी, लोधी रोड मौसम भवन में 192.8, रिज में 150.4, पालम में 106.6 और आयानगर में 66.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।