दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कई रेजिडेंट डॉक्टरों (Resident Doctor) को हिरासत में लिया, जो NEET 2021 काउंसलिंग में देरी के विरोध में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट तक मार्च कर रहे थे। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने विरोध प्रदर्शन किया। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मनीष भी शामिल हैं।
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने एक बयान में पुलिस पर 'बर्बरता' करने का आरोप लगाया और इसे "चिकित्सा बिरादरी के इतिहास में काला दिन" बताया। इसने पुलिस कार्रवाई की निंदा की और घोषणा की कि आज से सभी स्वास्थ्य संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगे।
बयान में कहा गय, "रेजिडेंट डॉक्टर्स, तथाकथित "कोरोना वारियर्स", NEET PG काउंसलिंग 2021 में तेजी लाने के लिए शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, पुलिस ने उन्हें बेरहमी से पीटा, घसीटा और हिरासत में लिया। आज से सभी स्वास्थ्य सेवा संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगे।"
इसके अलावा, उन्होंने FORDA के सभी प्रतिनिधियों और हिरासत में लिए गए रेजिडेंट डॉक्टरों की तत्काल रिहाई की मांग की।
वहीं इस मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए, ट्विटर पर लिखा, "फूल बरसाना दिखावे का PR था, असलियत में अन्याय बरसा रहें हैं। केंद्र सरकार के अत्याचार के ख़िलाफ़ मैं Covid Warriors के साथ हूं।"
जानकारी के मुताबिक, NEET-PG 2021 काउंसलिंग में देरी के विरोध में डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट तक मार्च निकाल रहे थे, तभी दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोका और मामला बढ़ गया।