Delhi Unlock: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपनी कार में अकेले ड्राइविंग करने वालों को अब मास्क पहनने की जरूरत नहीं होगी। सूत्रों ने बताया कि कोविड प्रतिबंधों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय राजधानी के दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की शुक्रवार हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। DDMA सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में अगर आप अकेले कार ड्राइव कर रहे हैं तो आपको मास्क पहनने की जरूरत नहीं है।
इसके अलावा कोविड-19 के मामलों में कमी आने के बीच DDMA की शुक्रवार को हुई बैठक में बड़े फैसले लिए गए हैं। डीडीएमए ने राष्ट्रीय राजधानी में उच्च शिक्षण संस्थानों और कोचिंग सेंटरों के साथ-साथ नौवीं से 12वीं कक्षा के लिए स्कूलों को सात फरवरी से फिर से खोलने का फैसला किया है।
हालांकि, डीडीएमए ने फैसला किया कि दिल्ली में नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। अब नाइट कर्फ्यू का समय रात 10 बजे के बजाए रात 11 बजे से शुरू होगा। अधिकारियों ने कहा कि कुछ शर्तों के साथ जिम भी फिर से खोलने की अनुमति दी गई है।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि नाइट कर्फ्यू अब से रात 11 बजे से शुरू होगा और सभी रेस्टोरेंट अब 11 बजे तक खुले रहेंगे। सभी सरकारी और निजी कार्यालय अब 100% उपस्थिति के साथ चलेंगे। जिम, स्पा और स्विमिंग पूल को भी अब खोलने की अनुमति दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि डीडीएमए की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं जैसे कि दिल्ली में 7 फरवरी से 9वीं-12वीं के स्कूल खोले जाएंगे, लेकिन ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी। नर्सरी से 8वीं तक के स्कूल 14 फरवरी से खोल दिए जाएंगे। वहीं, इस 7 फरवरी से कॉलेज और कोचिंग संस्थान भी खुल जाएंगे।
अधिकारियों ने कहा कि एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में डीडीएमए ने उन ड्राइवरों को मास्क पहनने से छूट दी है जो कार में अकेले होंगे और 100 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कार्यालयों को फिर से शुरू करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 की संक्रमण दर और मामलों की संख्या में लगातार कमी के बीच विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर ये निर्णय लिए गए।
अधिकारियों ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों और कोचिंग संस्थानों को SOP और कोविड गाइडलाइंस के सख्त पालन की शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, उन्हें क्लास में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान 15-18 आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन बढ़ाने पर जोर दिया गया।