Durga Puja Pandal: नवरात्रि का त्योहार खत्म हो गया है। देश में हर जगह मां दुर्गा के पंडाल लगाए गए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम में सेक्टर में मां दुर्गा पूजा पंडाल दुनिया का सबसे ऊंचा पंडाल बनाया गया है। इसकी ऊंचाई 137 फीट है। जल्द ही इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of World Records) में दर्ज किया जाएगा। अब तक का सबसे ऊंचे पंडाल का खिताब कोलकाता के नाम था। इस पंडाल की ऊंचाई 125 फीट थी।
पंडाल बनाने के लिए इन सामानों का किया गया इस्तेमाल
पंडाल बनाने वाले सौरभ बंदोपाध्याय ने बताया है कि दुर्गा पूजा पंडाल को बनाने के लिए बांस, कपड़ा और थर्माकोल का इस्तेमाल किया है। वृंदावन के चंद्रोदय मंदिर की प्रतिकृति के रूप में यह पंडाल बनाया गया है। यह पूरी तरह से भूकम्प रोधी है। जिसके लिए 32 फुट लंबे बांसों को विशेष तौर पर असम से मंगवाया गया है। इसमें करीब 12,000 बांस और 4 ट्रक थर्माकोल का इस्तेमाल किया गया है। सौरव ने बताया कि इसे बनाने के लिए एक साल पहले से तैयारी की गई थी। इसे कोलकाता और असम के 52 कारीगरों ने मिलकर बनाया है। इसे बनाने में एक महीने से ज्यादा समय लगा। इसमें बांस लाने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
पंडाल बनाने में 32 लाख रुपये हुए खर्च
इस पंडाल को बनाने का काम उत्सव पूजा समिति (Utsav Puja Committee) ने किया है। यहां पिछले 28 सालों से दुर्गा पूजा मनाई जा रही है। सबसे ऊंचे दुर्गा पूजा पंडाल को बनाने में 32 लाख रुपये खर्च हुए हैं। यहां रोजाना 70,000 से ज्यादा भक्त दर्शन करते आते हैं। पंडाल में सुरक्षा का तगड़ा बंदोबस्त किया गया है। सुरक्षा के लिए जरूरी सभी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। सुरक्षा के लिए पूरे पंडाल में करीब 55 लोग तैनात रहे। इसके अलावा सुरक्षा गार्ड (security guards) भी तैनात किए गए हैं।
एक हफ्ते में मिल जाएगा सार्टिफिकेट
समिति ने न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने पूरे पंडाल की जांच पड़ताल की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि 4-5 दिन में सार्टिफिकेट दे दिया जाएगा।